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रांची/डेस्कः रांची के पूर्व सांसद और दिग्गज नेता राम टहल चौधरी प्रेस कॉन्फ्रेस कर कांग्रेस पार्टी छोड़ने का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी से अपनी सदस्यता वापस लेता है. बता दें, रामटहल चौधरी की पीसी को लेकर कयासें लगाई जा रही है कि वे कांग्रेस का साथ छोड़कर फिर से बीजेपी में वापसी कर सकते है. लेकिन अपने पीसी के दौरान उन्होंने कहा कि उनका इस वक्त ऐसा कुछ भी विचार नहीं है. आपको बता दें, कांग्रेस से लोकसभा चुनाव के लिए रांची सीट से टिकट नहीं मिलने से वे नाराज चल रहे थे.
सुबोधकांत सहाय की बेटी को कांग्रेस ने बनाया है रांची से प्रत्याशी
जानकारी के लिए आपको बता दें, लोकसभा चुनाव से पहले हाल ही में रामटहल चौधरी ने कांग्रेस पार्टी का दामन थामा था लेकिन पार्टी में शामिल होने के बाद भी उनकी उम्मीदें पूरी नहीं हुई. बता दें, लोकसभा चुनाव को लेकर रांची लोकसभा सीट पर वे अपनी दावेदारी पेश कर रहे थे लेकिन कांग्रेस ने इस सीट के लिए यशस्विनी सहाय को टिकट दे दिया है जिसके बाद ही रामटहल चौधरी ने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया था. आपको बता दें, रामटहल चौधरी रांची के पूर्व सांसद है वे रांची लोकसभा में बीजेपी से पांच बार के सांसद रहे है. वहीं बात करें इस बार के लोकसभा चुनाव की तो कांग्रेस ने पार्टी के दिग्गज नेता सुबोधकांत सहाय की बेटी यशस्विनी सहाय पर अपना भरोसा जताते हुए रांची से उम्मीदवार बनाया है.
मैं झंडा ढोने के लिए कांग्रेस में नहीं गया था- रामटहल चौधरी
उन्होंने कहा कि उन्हें खुद कांग्रेस के नेताओं ने बुलाया था. जिसके बाद उन्होंने दिल्ली स्थित कांग्रेस कार्यालय में जाकर पार्टी के नेताओं से मुलाकात की थी. रामटहल चौधरी ने कहा कि कांग्रेस ने उन्हें धोखा दिया है. अगर उन्हें टिकट नहीं देना था तो सोच समझकर बुलाना चाहिए था. हमें टिकट मिलने की सूचना के साथ लोगों में खासा उत्साह भी था. माहौल भी ऐसा बना था कि हर कोई हमारे साथ होता. उन्होंने कांग्रेस को लेकर यह भी कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने कहा था कि आपको लेकर सही फीडबैक मिल रहा है. राहुल गांधी की सोच के हिसाब से भी आपको टिकट मिलेगा, लेकिन सब कुछ गलत हुआ. रामटहल चौधरी ने आगे यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी में मैं झंडा ढोने के लिए नहीं गया था. झंडा ढोने की मेरी उम्र नहीं है बल्कि जहां मान-सम्मान मिलेगा वहां जाने की है. मैं झंडा ढोने वाला नहीं हूं.