प्रशांत शर्मा/न्यूज11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: मंगलवार की सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी के बाद बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद के पिता पूर्व मंत्री योगेंद्र साव ने चतरा और अंबा प्रसाद ने हजारीबाग से लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. कहा कि वह निजी कारणों से फिलहाल दिल्ली में है. लेकिन अब वह चतरा से अपने लिए और हज़ारीबाग़ से अंबा प्रसाद के लिए कांग्रेस का टिकट लेकर लौटेंगे. उनका एकमात्र उद्देश्य हज़ारीबाग़ और चतरा सीट पर बीजेपी और उसके समर्थित उम्मीदवारों को हराना है.
योगेंद्र साव ने कहा कि राजनीति ने उनके पूरे परिवार को बर्बाद कर दिया. यही कारण है कि वे स्वयं और उनकी पत्नी पूर्व विधायक निर्मला प्रसाद साधु का जीवन जी रहे थे. लेकिन अब उनका एकमात्र उद्देश्य बीजेपी को हराना है. अंबा प्रसाद झारखंड की लोकप्रिय और युवा विधायक है. उन्हें अल्पसंख्यकों सहित हर वर्ग और समुदाय का समर्थन प्राप्त है. चतरा और हज़ारीबाग़ सीट हर हाल में कांग्रेस जीतेगी.
भाजपा में शामिल होने का न्योता दे रही है: पूर्व मंत्री योगेंद्र साव
उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी प्रवर्तन निदेशालय के जरिए उन्हें और उनके परिवार को बीजेपी में शामिल होने के लिए आमंत्रित कर रही है और आकर मेरी वॉशिंग मशीन में मिलकर पूरी तरह से साफ हो जाओ. लेकिन वह भाजपा (BJP) निर्देशित प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई से डरने वालों में से नहीं हैं. हर कार्रवाई का साहसपूर्वक सामना करूंगा क्योंकि उसने या उसके परिवार ने कभी कुछ गलत नहीं किया है. वह और उनका परिवार कांग्रेस में थे.
घुलकर पूरी तरह साफ हो जाएं. मगर वे भाजपा निर्देशित ली प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई से नि डरनेवालों में नहीं है. हर कार्रवाई का साहसपूर्वक सामना करेगा क्योंकि उसने या उसके परिवार ने कभी कुछ गलत नहीं किया है. वह और उनका परिवार कांग्रेस में थे और रहेंगे.
विधायक अंबा प्रसाद की मां निर्मला देवी का छलका दर्द
हुरहुरु स्थित अपने आवास के बाहर पत्रकारों से बातचीत के दौरान उनकी पीड़ा, दर्द और बेचैनी खुलकर सामने आ गयी. निर्मला देवी (पूर्व विधायक) कहा कि उन्हें नहीं पता था कि ईडी ने उनके घर पर छापेमारी की है. अहले सुबह एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने गये थे. सुबह करीब दस बजे जब वह घर लौटी और घर के बाहर लोगों की भीड़ देखी तो उसे किसी अनहोनी का अहसास हुआ.
कहा कि जहां तक अंबा पर जमीन घोटाले के आरोप हैं तो वह कहना चाहती हैं कि राजनीति में आने से पहले उन्होंने कभी जमीन नहीं खरीदी. जो भी जमीन खरीदी गई है. राजनीति में आने से पहले पूर्व विधायक निर्मला देवी ने कहा कि राजनीति में आने के बाद उनके परिवार की परेशानियां शुरू हो गईं. उनका परिवार जिले में स्थानांतरित हो गया, उनके पति इतने दिनों तक जेल में रहे. अब सरकार उनकी बेटी को जेल भेजने की कोशिश कर रही है. निर्मला देवी के मुताबिक राजनीति में आने के बाद उनका भरा-पूरा परिवार बर्बाद हो गया. राजनीति में आने के बाद उनका परिवार कभी खुश नहीं रहा. पूर्व विधायक निर्मला देवी ने कहा कि भाजपा सरकार में सिर्फ विपक्षी नेताओं को परेशान किया जा रहा है. सरकार अपने नेताओं का परीक्षण क्यों कर रही हैं, क्या BJP बीजेपी नेताओं में दूध के घुले है.