CBSE Board 12th Exam : कोरोना महामारी की स्थिति को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर 12 वीं बोर्ड परीक्षा रद्द करने की मांग की गई है. सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अर्जी में कहा गया है कि केंद्र सरकार, सीबीएसई और सीआईएससीई को निर्देश दिया जाय कि वो कोरोना के मद्देनजर 12वीं का पेपर रदद् करें. साथ ही कहा गया है कि तय समयसीमा में ऑब्जेक्टिव मैथोडोलॉजी के बेसिस पर रिजल्ट घोषित किया जाए.
सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कोविड-19 महामारी से पैदा हुए हालात के मद्देनजर 12वीं की बोर्ड परीक्षा को रद्द करने की मांग की गई है. वकील ममता शर्मा की तरफ से दायर की गई इस याचिका में 12वीं की परीक्षा रद्द करने के साथ-साथ एक निर्धारित समयसीमा के भीतर छात्रों के परिणामों को 'ऑब्जेक्टिव मेथोडोलॉजी' के आधार पर घोषित करने का आग्रह किया गया है.
याचिकाकर्ता ने कहा है कि पिछले महीने 14, 16 और 19 अप्रैल को नोटिफिकेशन जारी किया गया था और 10वीं की परीक्षा रद्द की गई थी जबकि 12वीं की परीक्षा को स्थगित किया गया था. याचिका में कहा गया है कि निर्देश जारी कर 12वीं का पेपर भी रद्द किया जए. सुप्रीम कोर्ट के पिछले साल के आदेश का भी हवाला दिया गया जिसमें पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी थी और पहले स्टूडेंट्स ने ग्रेडिंग में जो नंबर हासिल किया था उसी आधार पर रिजल्ट घोषित करने को कहा था.
इस बीच शिक्षा मंत्रालय ने संकेत दिए हैं कि 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं रद्द हो सकती हैं. शिक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि सीबीएसई की तरफ से मौजूदा स्थिति की दो सप्ताह में समीक्षा की जाएगी. इसके बाद अल्टरनेटिव असेसमेंट स्कीम पर विचार किया जाएगा. हालांकि शिक्षा विभाग के सूत्रों का कहना है कि सीबीएसई की 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं को रद्द किया जा सकता है. अधिकारी ने कहा कि 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर अंतिम फैसला जून में होने वाली समीक्षा बैठक के बाद ही लिया जाएगा. अधिकारी ने बताया कि परीक्षा के जल्द आयोजित होने की अभी कोई संभावना नहीं है.