जाति कैटिगरी के यमों को ताक पर रखकर आवास आवंटन, ओबीसी, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की सूची में भारी गड़बड़ी
प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क:-कटकमसांडी प्रखंड क्षेत्र में सरकार द्वारा चलाई जा रही महत्वाकांक्षी योजना में स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रखंड के आवास कोऑर्डिनेटर के मिलीभगत दसे उल्टा सीधा कर लाभुकों को खाते में किस्त की राशि का भुगतान करने का काम किया जा रहा है. ताजा मामला कटकमसांडी प्रखंड विकास पदाधिकारी सविता सिंह के द्वारा लुपुंग और खुटरा पंचायत के पांच लाभुकों को अबुआ आवास योजना में भुगतान पर रोक लगाने के बावजूद प्रखंड आवास कोऑर्डिनेटर द्वारा लाभुकों के खाते में प्रथम किस्त की राशि का भुगतान किया गया. प्रखंड मुख्यालय में कार्यरत आवास कोर्डिनेटर और स्थानीय जनप्रतिनिधि की मिलीभगत से ओबीसी को जनरल, अनुसूचित जनजाति को ओबीसी में, अनुसूचित जाति को ओबीसी में कैटेगरी से आवास का किया गया आबंटन. यह ताजा मामला कटकमसांडी प्रखंड क्षेत्र के बाझा पंचायत का है.
(1) प्रियंका देवी पति हरिश्चंद्र महतो ओबीसी के अंतर्गत आते हैं लेकिन उन्हें जनरल सीट से आवास का आबंटन किया गया.
(2) सरस्वती देवी पति जादो आगेरिया अनुसूचित जनजाति कैटिगरी के अंतर्गत आते हैं लेकिन उन्हें सामान्य वर्ग से आवास का किया गया आबंटन जिससे सही सामान्य वर्ग का व्यक्ति इस लाभ से वंचित हो गया.जबकि बाझा पंचायत में दो ही आवास सामान्य वर्ग के लिया आबंटन किया जाना था जबकि एक भी नहीं हुआ.
(3) छोटी देवी पति सूरज भुइयां जो अनुसूचित जाति में शामिल हैं लेकिन उन्हें ओबीसी में शामिल अंकित किया गया है.
अबुआ आवास योजना में स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रखंड कर्मी के द्वारा उल्टा सीधा, गडबड किए गए कार्य में लाभुकों से अवैध रूपए उगाही किया जा रहा है.इसी तरह रोमी पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना में भी एक ही परिवार को बार-बार योजनाओं का स्वीकृत मुखिया और पंचायत सचिव के द्वारा किया गया है.जो जांच का विषय बना हुआ है, लेकिन यह समझ से परे है कि जांच दल गठित किया जाएगा फिर लिपा पोती करने का काम किया है.