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रांची/डेस्क: शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग (Delhi Liquor Policy Case) मामले में दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल 1 अप्रैल 2024 को तगड़ा झटका लगा. बता दे, ED की रिमांड खत्म होने के उपरांत 1 अप्रैल 2024 (सोमवार) को जांच एजेंसी ने केजरीवाल को राउज एवेन्यू कोर्ट ने पेश किया. जिसका बाद कोर्ट ने ED की मांग पर CM अरविंद केजरीवाल को न्यायिक हिरासत में भेजने का निर्देश दिया है. कोर्ट ने यह भी कहा कि अभी फिलहाल हिरासत में और पूछताछ की आवश्यकता नहीं है. सूत्रों के मुताबिक, CM अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को तिहाड़ जेल नंबर 5 में रखा जाएगा.
उधर, CM अरविंद केजरीवाल ने कोर्ट से 3 किताबों की गुजारिश की है. उन्होंने रामायण, महाभारत और पत्रकार नीरजा चौधरी की किताब हाउ प्राइम मिनिस्टर डिसाइड्स इन सभी किताबों की मांग की है. इससे पहले दिल्ली के CM ने जेल में दवाएं, विशेष आहार और किताबें उपलब्ध कराने की मांग की थी. किताब मुहैया कराने के लिए अरविंद केजरीवाल की ओर से कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई थी.
सहयोग नही कर रहे थे केजरीवाल
बता दें, ED की ओर से कोर्ट में पेश हुए एएसजी (ASG ) एसवी राजू ने कहा कि केजरीवाल जांच में सहयोग नहीं कर रहे है. उनका कहना हैं कि केजरीवाल बार-बार कह रहे हैं कि उन्हें कुछ मालूम नहीं. वे निरन्तर जांच को भटकाने का प्रयास कर रहे है. ये सब बताने का मकसद ये है कि हम भविष्य में भी केजरीवाल की हिरासत की मांग कर सकें.
क्या है ED का आरोप?
ED ने दावा किया कि दिल्ली शराब नीति की तैयारी और कार्यान्वयन में भ्रष्टाचार हुआ था. केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस मामले में CM अरविंद केजरीवाल को मुख्य साजिशकर्ता बताया है. एक्साइज पॉलिसी मामले में ही पूर्व डिप्टी CM मनीष सिसौदिया और संजय सिंह जेल में है.
इस मामले पर ED का कहना है कि दिल्ली शराब नीति से कमाए गए पैसे का इस्तेमाल आम आदमी पार्टी (AAP) ने गोवा विधानसभा चुनाव और दूसरे लक्ष्यों के लिए किया है. वहीं AAP ने इन सभी आरोपों से बेबुनियाद बताया है. और कहा है कि केजरीवाल को लोकसभा चुनाव में प्रचार करने से रोकने के लिए गिरफ्तार किया गया है. BJP ये सब राजनीतिक बदले की भावना से कर रही है.