अशोक कुमार सिंह /न्यूज11भारत
धनबाद/डेस्कः इन दिनों कोयलांचल के कई एटीएम पर एक साइबर अपराधियों का सिंडिकेट काम कर रहा है जो अपनी गिद्ध दृष्टि नजर गड़ाए हुए हैं जहां पैसा निकासी करने वाले इसके शिकार हो रहे हैं साइबर अपराधी चोरी करने का नया नया तरीका अपना रहे हैं एटीएम मशीन की रुपए निकासी वाले स्थान पर कुछ ऐसी उपकरण लगा दे रहें है जहां ग्राहकों के द्वारा रुपए निकासी के बाद वह एटीएम मशीन के अंदर ही फंस जाता हैं और ग्राहक के मोबाइल पर पैसे की निकासी का मैसेज भी आ जाता है. रुपए फंस जाने के बाद ग्राहक एटीएम छोड़कर निकल जाते हैं. ऐसे में सिंडीकेट अपनी गिद्ध दृष्टि एटीएम पर रखते हैं. ग्राहक के एटीएम से बाहर निकल चले जाने के बाद एटीएम में फंसे हुए रुपए को सिंडीकेट बड़ी ही आसानी से निकाल कर चलते बनते हैं.
अपराधियों का यह सिंडीकेट वैसे एटीएम को निशाना बनाते हैं. जहां सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं रहते हैं. धनबाद स्टेशन के मुख्य द्वार के बगल में पीएनबी और एसबीआई का एटीएम हैं. आमतौर पर स्टेशन पर हजारों यात्रियों का आना जाना लगा रहता है. आरपीएफ की मुस्तैदी भी यहां रहती हैं. यात्री इन दो एटीएम में पैसे की निकासी के लिए पहुंचते हैं. 13 मार्च मंगलवार की रात कतरास के लोयाबाद के रहने वाले वरुण और उसकी पत्नी पैसे की निकासी के लिए पहुंचे. एसबीआई के एटीएम में पैसे की निकासी करनी चाही. लेकिन उनका एटीएम कार्ड रीड मशीन में रीड नहीं हुआ. जिसके बाद वह बगल के पीएनबी की एटीएम में गए. पीएनबी की एटीएम से ढाई हजार की निकासी के लिए प्रक्रिया आरंभ की. इस दौरान पैसे की निकासी का मैसेज उनके मोबाइल पर आया. लेकिन ढाई हजार रुपए उन्हें नहीं मिले. क्योंकि यह रुपया एटीएम मशीन में फंस गया था.
इस दौरान वरुण ने एटीएम में पैसे की निकासी वाले स्थान की ध्यान पूर्वक जांच की. जिसमें उसने पाया कि पैसे निकासी वाले स्थान पर एक पतली सी कागज लगाई गई थीं. उसे हटाने के बाद उसे रुपए मिल गए. हालांकि इसी तरह का एक और दूसरा मामला अब सरायढेला थाना क्षेत्र के स्टील गेट की हैं. यहां स्थित एक्सिस बैंक के एटीएम से पैसे की निकासी के लिए पहुंचा. उसने पांच हजार निकासी की प्रक्रिया आरंभ की. मोबाइल पर पैसे की निकासी का मैसेज आया. लेकिन रुपए एटीएम से बाहर आया ही नहीं. फिर वह एटीएम से बाहर आकर अपने दोस्तों को घटना के बारे में जिक्र किया. उसके दोस्त अपराधियों के सिंडीकेट के बारे में जानकारी रखते है. उसके दोस्त को पता था कि इन दिनों धनबाद में ऐसे अपराधी सक्रिय है. दोस्तों ने उसे एटीएम में पैसे की निकासी वाले स्थान को चेक करने को कहा. जिसके बाद चेक करने पर निकासी वाले स्थान पर कुछ पेपर चिपका हुआ मिला. उन्होंने उसे बाइक की चाभी से किसी तरह से हटाया जिसके बाद उन्हें एटीएम में फंसे हुए रुपए मिल गए.
ऐसा ही एक मामला सदर थाना के हीरापुर बैंक ऑफ इंडिया शाखा के नीचे स्थित बीओआई के एटीएम का है जहां भिस्तीपाड़ा के रहने वाले राजेश यादव पैसे की निकासी के लिए पहुंचे थे. उन्होंने एटीएम से 15 हजार रुपए निकासी की और उनके मोबाइल पर रुपए की निकासी का मैसेज आया. लेकिन रुपए एटीएम में फंस गए जबकि एटीएम के ऊपर ही बैंक ऑफ इंडिया का ब्रांच हैं. इस बीच उन्होंने तत्काल इसकी शिकायत बैंक कर्मी को की और प्रबंधक ने तत्काल पहले एटीएम को बंद कराया. और उसके बाद ग्राहक को रुपए लौटाए. इस संबंध में बैंक प्रबंधक का कहना है कि लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. इस तरह के मामले की शिकायत ज्यादा आ रही है. ऐसे गिरोह कोयलांचल में सक्रिय हैं. हायर ऑथोरिटी को मामले से जानकारी दे दिया गया हैं. बैंक अधिकारी ने बताया कि जिन एटीएम में सुरक्षा गार्ड नहीं हैं. वैसे एटीएम को गिरोह निशाना बना रहें हैं लोगों को सावधान रहने के साथ साथ अन्य के बीच जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है. हालांकि इस तरह की घटना से अब लोगों को एटीएम से भी पैसा निकालने में डर लगने लगा है.