मुजतबा हैदर रिजवी/ न्यूज11भारत
जमशेदपुर/डेस्क:-जमशेदपुर कोर्ट में अधिवक्ताओं को बैठने की जगह नहीं मिल रही है. साल 2004 में पुराना कोर्ट से बाराद्वारी स्थित नई कोर्ट बिल्डिंग में शिफ्टिंग के बाद अब तक लगभग 1200 नए अधिवक्ता जमशेदपुर कोर्ट से जुड़े हैं. बैठने की जगह नहीं मिलने पर ही अधिवक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कई पुराने अधिवक्ताओं को भी बार बिल्डिंग में जगह नहीं मिलने से इन्हें बाहर बैठना पड़ रहा है. जमशेदपुर कोर्ट की बार बिल्डिंग के छोटे गेट के पास आम के पेड़ के नीचे लगभग 40 अधिवक्ता बैठते हैं. अधिवक्ताओं का कहना है कि जिला न्यायाधीश ने इन अधिवक्ताओं को भी वहां से है हट जान को कहा, जिस पर अधिवक्ताओं ने जिला न्यायाधीश से प्रार्थना की कि इन अधिवक्ताओं को न हटाया जाए. बार बिल्डिंग के बाहर बैठने वाले अधिवक्ताओं को अगर हटाया जाता है तो वकीलों के सामने एक बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी.
नए अधिवक्ताओं को नहीं मिल पा रही बैठने की जगह
एक वरिष्ठ वकील अनिल कुमार तिवारी ने बताया कि हर साल लगभग 60 अधिवक्ता जमशेदपुर जिला बार एसोसिएशन में रजिस्टर्ड होते हैं. इनको बैठने की जगह नहीं मिल पा रही है. जिला बार एसोसिएशन इन्हें बैठने की जगह नहीं दे पा रहा है. इनसे एक अंडरटेकिंग ली जा रही है कि जब तक जिला बार एसोसिएशन इन्हें खुद बैठने की जगह उपलब्ध नहीं कराता. तब तक यह लोग बैठने की जगह का दावा नहीं ठोकेंगे. इसके बावजूद इन्हें बैठने की जगह नहीं मिलने से काफी परेशानी है. अधिवक्ताओं का कहना है कि अगर ऐसे में बिल्डिंग के बाहर बैठ रहे अधिवक्ताओं को विस्थापित किया जाता है, तो अधिवक्ताओं के सामने एक बड़ा संकट खड़ा हो जाएगा.
अधिवक्ता नहीं कर सकते बाहर बिल्डिंग का विस्तारीकरण
अधिवक्ताओं का कहना है कि बार बिल्डिंग को वकीलों को हैंडओवर नहीं किया गया है. बल्कि वहां सिर्फ अधिवक्ताओं के बैठने की अनुमति है. इसलिए बार बिल्डिंग में किसी भी तरह का विस्तारीकरण या नया निर्माण नहीं हो सकता. यहां निर्माण के लिए कई तरह की अनुमति की जरूरत होगी. इसलिए इस बिल्डिंग का एक्सटेंशन नहीं किया जा सकता है. अधिवक्ताओं का कहना है कि जमशेदपुर कोर्ट परिसर में सभी अधिवक्ताओं के बैठने की व्यवस्था होनी चाहिए.