आसिफ नईम, न्यूज 11 भारत
रांची : हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेनशन लिमिटेड, एचईसी के तीनों प्लांट में काम बंद हो गया है. गुरूवार की सुबह आठ बजे एचएमबीपी में कर्मियों ने काम बंद कर दिया. इसके बाद एफएफपी और एचएमटीपी के भी कर्मचारियों ने टूल डाउन कर दिया. तीनों प्लांट के कर्मियों ने टूल डाउन स्ट्राइक बकाया वेतन भुगतान के लिए किया है.
एचईसी में अफसरों का सात माह और कर्मचारियों का छह माह का वेतन बकाया हो गया है. एक दिसंबर से अफसरों आठ माह और कर्मियों का सातवा माह शुरू हो गया है. कर्मचारियों का कहना है कि एचईसी प्रबंधन के आला अफसर वेतन भुगतान को लेकर गंभीर नहीं है. कर्मचारी प्लांटों में उपकरणों का निर्माण कार्य कर रहे है, ऐसे में उनको वेतन क्यों नहीं मिल रहा है.
पिछले दिनों एचएमबीपी के कर्मचारियों ने प्लांट जीन का घेराव किया था. घेराव के बाद एचईसी प्रबंधन के आला अफसरों ने कर्मियों को आश्वासन दिया था कि जल्द वेतन का भुगतान होगा. मगर एक दिसंबर को वेतन का भुगतान नहीं हुआ, इसके बाद कर्मियों ने टूल डाउन स्ट्राइक शुरू किया.
आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है एचईसी
कारखानों की जननी एचईसी आर्थिक संकट के दौर से भी गुजर रहा है. कंपनी के तीनों प्लांटों में उत्पादन ठप होने के बाद रक्षा और नौ सेना से मिले कुछ उपकरणों का निर्माण कार्य बंद हो गा है. जिससे शॉप ठप पड़े हुए हैं.
मशीनों के लिए तेल-पानी पर आफत
एचईसी की आर्थिक स्थिति अगर जल्द नहीं सुधरी, तो कंपनी अगले वित्तीय वर्ष में बंदी के कगार पर पहुंच जाएगा. निगम कर्मियों को वेतन के लिए अभी ही पैसे नहीं है. ऐसे में कारखाना में मशीनों में उपयोग होने वाले तेल-पानी की खरीदारी नहीं हो पा रही है. प्लांटों में ऐसे ही उत्पादन ठप रहा, तो एचईसी को बंद होने से कोई नहीं बचा सकता है. कंपनी के पर्याप्त कार्यादेश हैं. मगर कार्यशील पूंजी का अभाव है.
हर माह वेतन मद में 7 करोड़ खर्च
एचईसी में अभी 1350 स्थायी अफसर-कर्मचारी हैं. वहीं करीब 1700 सप्लाई मजदूर काम करते हैं. हर माह कंपनी का वेतन आदि मद में करीब 11 करोड़ 40 लाख रुपये खर्च होता है. सिर्फ वेतन पर हर माह 7 करोड़ खर्च आता है. एचईसी पर कर्मचारियों का वेतन आदि मद में अबतक करीब 45 करोड़ रुपये बकाया हो गया है.