पूजा सिंघल मामले की अगर सीबीआई जांच हुई तो मोमेंटम झारखंड खर्च भी आ सकती है दायरे में
न्यूज11 भारत
रांची: ईडी को पूजा सिंघल की जो डायरी मिली है, उसमें कई नेता, अफसर, ठेकेदार और पत्रकारों के नाम दर्ज हैं. तो क्या समझा जाए कि अगर डायरी में दर्ज नाम पर कार्रवाई हुई तो इसके जद में कई अफसर और सफेदपोश इसके दायरे में आएंगे. अब यह बातें सामने आ रही है कि पूजा सिंघल मामले की सीबीआई जांच हो सकती है. अगर सीबीआई जांच हुई तो इसके जद में मोमेंटम झारखंड में खर्च भी दायर में आ सकते हैं. अब सबकी निगाहें ईडी के अगले कदम पर टिक गयी हैं, वह कहां तक और किस हद तक इस मामले में आगे जाएगी. क्या वाकई में इसकी शत-प्रतिशत ईमानदारी से जांच होगी, क्या इसके दायरे में पूर्व सरकार के नेता और अफसर भी आएंगे. यह सवाल अब झारखंड के सत्ता गलियारे और अफसर लॉबिज में उठने लगे हैं.
मोमेंटम झारखंड में खर्च हुए थे करीब 57 करोड़ रूपए
पूर्ववर्ती रघुवर सरकार में मोमेंटम झारखंड के नाम पर करीब 57.81 करोड़ रूपए से अधिक खर्च हुए थे. जानकारी के अनुसार झारखंड ग्लोबल इंपेक्टर समिट के इवेंट पार्टनर सीआईआई द्वारा 17 करोड़, 26 लाख, 97 हजार रूपए का बिल बना था. यह पैसा सीएम डिनर, मेहमानों के सेवा-सत्कार सहित पूरे आयोजन के विभिन्न मदों में खर्च किए गए थे. यहां बतातें चलें कि इसके आयोजन में भी आईएएस पूजा सिंहल का अहम रोल था. ये इसके आयोजन में लीड रोल में थे. पूर्व सीएम रघुवर दास ने पूजा सिंहल पर अतिविश्वास करके इसके आयोजन का जिम्मा सौंपा था. उस समय ही इसके आयोजन और इसके परिणाम पर लगातार सवाल खड़े होते रहे हैं.
मनरेगा घोटाले में क्लीन चीट भी पूर्ववर्ती सरकार रघुवर में ही मिली थी पूजा को
पूजा सिंहल मनरेगा घोटाले की जांच तत्कालीन रघुवर सरकार में की गयी थी. जिसमें आईएएस एपी सिंह ने उन्हें क्लीन चीट दिया था. यह मामला भी बहुत ही प्रमुखता से झामुमो और सत्ता पक्ष उठा रहा है. तो क्या यह मान लिया जाए कि ईडी से जब सीबीआई मामले को हैंडओवर लेगी तो इस मामले की निष्पक्ष जांच होगी. ऐसे कई सवाल हैं जो पूजा सिंहल के ईडी की कारवाई के बाद उठने लगे हैं. अब इस मामले में खुद भाजपा बैकफूट पर जाती दिख रही है. क्योंकि भाजपा को भी पता है कि अगर पूजा सिंहल के भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जांच हो गयी तो पूर्ववर्ती सरकार के नेता और अफसर भी नहीं बचेंगे.