झारखंड » हजारीबागPosted at: अप्रैल 27, 2024 चुरचू के पोटामो गांव में जंगली हाथियों ने जमकर मचाया उत्पात, घर को पूरी तरह से किया तहस-नहस
एक वर्ष के भीतर दो - दो बार एक ही घर को किया गया है तबाह: भुक्तभोगी
प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क:-हजारीबाग जिला के चुरचू प्रखंड के पूर्वी वन क्षेत्र के आंगो बीट वन क्षेत्र के पोटामो गांव में शुक्रवार की देर शाम हाथियों का एक झुंड ने अर्जुन टुडू व उसके दामाद तालो हेंब्रम का मिट्टी का घर को पूरी तरह से तोड़-फोड़ कर दिया.
ज्ञात हो की हाथियों के द्वारा इसी घर को सालभर के भीतर दूसरी बार पूरी तरह से तोड़ - फोड़ कर डाला गया है. जिसके कारण भुक्तभोगी पूरी तरह से टूट व बर्बाद हो चुका है. बताते चले की हाथियों का लगभग दो दर्जन का झुंड लुगू पहाड़ के जंगल से होते हुए एदला, हरली के जंगल से होते हुए अचानक आंगो बीट वन क्षेत्र के जंगल के तरफ कूच कर गया. शुक्रवार को लगभग शाम छह बजे पोटमो गांव में एकाएक धावा बोल दिया और अर्जुन टुडू व उसके दामाद तालो हेंब्रम के घर को पूरी तरह से तोड़ फोड़ दिया. घर के लोग किसी तरह अपनी जान बचाकर भागने में सफल रहे. भुक्तभोगी अर्जुन टुडू ने बताया है शाम ढलते ही एकाएक घर के बलि व दीवार को खीचने व तोड़ने की आवाज़ सुनाई दी तो हमलोग काफी भयभीत हो गए और किसी तरह घर से निकलकर भाग बाहर निकला तो देखा की हाथियों के द्वारा घर पर धावा बोल दिया गया है हमलोग किसी तरह से अपनी-अपनी जान बचाने का प्रयास किया. वही उसकी बेटी ने कहा की हाथी के आगमन होने से हमलोग गांव में हल्ला भी किया लेकिन घर के आसपास के लोग दूरी में रहने के कारण आवाज़ नही सुन पाये. भुक्तभोगी का मकान जंगल में एकांत में रहने के कारण लोग हाथी के आगमन का आवाज तक नहीं सुन पाये. बाद में जब घर के लोग आग जलाने लगे तब गांव के लोगों को लगा की गांव में हाथी आया हुआ है. किसी तरह स्थानीय ग्रामीणों की मदद से भगाने का काम किया गया. फ़िलहाल हाथियों ने घर के साथ -साथ घर में रखे अनाज को पूरी तरह चट कर गए तो धान, चावल, महुआ, मकई आदि जरूरत मंद समान को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया गया. बताते चले की साल भर के भीतर दूसरी बार जंगली हाथियों के द्वारा इसी घर को दुबारा तोड़-फोड़ किया गया. जिसके कारण लोगों के समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है. इतनी बड़ी हादसा होने के बावजूद वन विभाग के द्वारा पिछले बार का अबतक किसी तरह की कोई मुआवजा नही दिलाया गया है. देर रात तक ओरिया गांव के चौधरी बागी जंगल में जमाया रहा अपनी बसेरा: दो दर्जन हाथियों का झुण्ड ने पोटमो गांव के बाद ओरिया गांव के चौधरी बागी जंगल के समीप अहले सुबह तक अपनी जमवाड़ा जमाये रहा. हाथियों के आगमन को लेकर स्थानीय महिला - पुरुषो व बच्चों की काफी भीड़ उमड़ने लगा. इधर हाथी के आगमन के बाद वन विभाग के कर्मी मौक़े वारदात पहुंचकर हाथी को भगाने का प्रयास किया गया लेकिन हाथी अपनी जगह से टस से मस तक नही हिले और अहले सुबह चार बजे हाथियों का झुंड को भगाने में सफल रहे.
क्यों भटक रहा है आये दिनों इसी जंगल में हाथियों का झुंड
वन विभाग की मानें तो जंगली हाथियों का भटकना आम हो गया है. सबसे पहले स्थानीय लोगों के द्वारा जंगल में आग लगाना , महुआ की महक व जल स्रोत का कम होना मुख्य वजह है जिसके कारण जंगली हाथी इधर से उधर भटकने को मजबूर है. आमजन को जंगली हाथियों से बचने की जरूरत है.ताकि किसी तरह का कोई बड़ी घटना वारदात न हो सके. फिलहाल समाचार लिखे जाने तक भुक्तभोगी को किसी तरह की कोई सहयोग नहीं किया किया गया . इधर विधायक प्रतिनिधि मेघनाथ महतो के द्वारा घटनास्थल पहुंचकर भुक्तभोगी को विभाग के द्वारा इस बार हर हालात में मुआवजा दिलाने की आश्वासन दिया गया है.