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रांची: 9,800 करोड़ रुपये के कर्ज को लेकर भारी संकट का सामना कर रही एडटेक कंपनी Byju's में छंटनी का नया दौर शुरू हो चुका है. कंपनी ने करीब 1,000 स्थायी कर्मियों को निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस बार ट्रेनिंग, सेल्स, फाइनेंस और लॉजिस्टिक जैसे डिपार्टमेंट्स में कटौती कर रही है. 1,000 कर्मचारियों की छंटनी के प्लान के बारे में सबसे पहले 'द मॉर्निंग कॉन्टेक्स्ट' ने करीब दो हफ्ते पहले रिपोर्ट किया था.
अप्रैल 2022 से अबतक दुनियाभर की कंपनियों में छंटनी रकने का नाम नहीं ले रही है. Byju's ने अब फिर से 500 से 1000 कर्मचारियों को बाहर करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. धीमे विकास और कठिन मैक्रोइकॉनॉमिक परिस्थितियों के बीच संकटग्रस्त स्टार्टअप Byju's लागत में कटौती करना जारी रखे हुए है. इसके नतीजे में कर्मचारियों को नौकरी गंवानी पड़ रही है.
छंटनी के इस दौर में मार्केटिंग, बिक्री, बिजनेस डेवलपमेंट के साथ-साथ प्रोडक्ट और तकनीकी टीमों के कर्मचारियों पर प्रभाव पड़ने वाला है. रिपोर्ट में कहा गया कि छंटनी की प्रक्रिया में बायजूस की कोडिंग सहायक कंपनी व्हाइटहैट जूनियर (whitehat junior) की कई टीमों के कर्मचारी भी शामिल हैं.
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Byju's की छंटनी प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर कॉन्ट्रैक्ट पर थर्ड पार्टी के जरिए रखे गए कर्मचारी भी शामिल हैं. ईटी ने 8 जून को सूत्रों के हवाले से बताया कि छंटनी से प्रभावित संविदा कर्मचारियों में रैंडस्टैड और चैनलप्ले जैसे तीसरे पक्ष के कर्मचारियों की ऑन-ग्राउंड बिक्री टीमें शामिल हैं.
लागत में कटौती के लिए Byju's बैक-टू-बैक छंटनी कर रही है. पिछले साल अक्टूबर में कंपनी ने कहा था कि वह लागत घटना पर विचार करेगी और 2,500 कर्मचारियों को अलग करेगी. बता दें कि इससे पहले 2 फरवरी को बायजूस ने 1,000 कर्मचारियों को निकाल दिया था, जिसमें 1 करोड़ रुपये और उससे अधिक वेतन पाने वाले कई वरिष्ठ कर्मचारी भी प्रभावित हुए थे.