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रांची/डेस्क: जब दूल्हा नहीं आया तो दुल्हन ने अपने जीजा के साथ सात फेरे ले लिए. इसे लेकर हंगामा मच गया. मामले की जांच शुरू हुई. इस फर्जीवाड़े को लेकर शादी समारोह में शामिल समाज कल्याण अधिकारी ललिता यादव ने कहा कि अगर ऐसा हुआ है और शिकायत मिली है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी.
सीएम के सामूहिक विवाह के आयोजन में गड़बड़ी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार घटना झांसी के पॉलिटेक्निक कॉलेज मैदान की है. मंगलवार को सीएम सामूहिक विवाह योजना का आयोजन किया गया. इस दौरान कई जोड़ों की शादी हुई. एक कपल सबसे ज्यादा चर्चा में रहा. झांसी के बमोर की रहने वाली ख़ुशी की शादी मध्य प्रदेश के छतरपुर के बृषभान से तय हुई थी. उनका रजिस्ट्रेशन नंबर था 36. दोनों ने शादी कर ली. खुशी ने फेरे लेते ही अचानक अपने बालों से सिन्दूर पोंछा और बिंदी हटा दी. यह देख वहां मौजूद कई लोगों को शक हो गया. जब दूल्हे बृषभान से बात की गई तो मामलू हुआ कि उसका असली नाम दिनेश है. वह छतरपुर का नहीं बल्कि बमोर का रहने वाला है.
'मैं लड़की का जीजा हूं'
वहां मौजूद लोगों ने जब दोनों से आगे बात की तो पूरा मामला साफ हो गया. दिनेश कहा कि बृषभान से शादी होनी थी लेकिन वह नहीं आया. वहीं, विभाग के कुछ लोगों द्वारा बोले जाने पर बृषभान के बजाए वह दूल्हा बन गया. दिनेश लड़की का जीजा लगता है. कहीं यह सब शादी समारोह में सरकार की ओर से दी गई आर्थिक मदद हड़पने के लिए तो नहीं किया गया, इसकी जांच चल रही है. हालांकि इस मसले पर छानबीन की जारी हैं असली दूल्हा क्यों नहीं आया.
इस मामले में दुल्हन खुशी ने बताया कि बारिश होने और दूर होने के कारण दूल्हा मौके पर नहीं आया. इसी वजह से उसने अपने जीजा से शादी कर ली. खुशी ने कहा, 'मैं जानती हूं कि ये गलत है लेकिन दिक्कत हमें भी थी, फॉर्म भरा था, सब कुछ ऑनलाइन रजिस्टर्ड था. मैं भी मंडप पर पहुंच गया था, इसलिए शादी तो होनी ही थी.