न्यूज11 भारतः
यूपीः उत्तर प्रदेश के प्रमुख मुस्लिम चेहरों में शामिल रहे वसीम रिजवी इस्लाम धर्म छोड़कर आज से हिन्दू धर्म को अपना लिया है. जिससे रिजवी एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं. वसीम रिजवी ने इस बार इस्लाम धर्म छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया है. डासना मंदिर में महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने उन्हें हिंदू धर्म ग्रहण कराया. इस दौरान महंत नरसिंहानंद ने कई तरह के अनुष्ठान किए. धर्म परिवर्तन के बाद रिजवी अब त्यागी बिरादरी से जुड़ेंगे. सोमवार की सुबह डासना देवी मंदिर में पूरे विधि-विधान से रिजवी को हिंदू धर्म ग्रहण किया. जिसके बाद उनका नाम अब हरबीर नारायण सिंह त्यागी (Harbeer Narayan Singh Tyagi) होगा. धर्म परिवर्तन से पहले रिजवी ने कहा था कि
नरसिंहानंद गिरि महराज ही उनका नया नाम तय करेंगे.
हिंदू धर्म अपनाने औप इस्लाम को छोड़ने की बात पर रिजवी ने कहा कि मुझे इस्लाम से बाहर कर दिया गया है, हमारे सिर पर हर शुक्रवार को ईनाम बढ़ा दिया जाता है, आज मैं सनातन धर्म अपना रहा हूं. वसीम रिजवी ने इस दौरान कहा कि ''धर्म परिवर्तन की यहां कोई बात नहीं है, जब मुझे इस्लाम से निकाल दिया गया तो फिर मेरी मर्जी है कि मैं कौन-सा धर्म स्वीकार करूं. सनातन धर्म दुनिया का सबसे पहला धर्म है, जितनी उसमें अच्छाइयां पाई जाती हैं, और किसी धर्म में नहीं हैं. इस्लाम को हम धर्म ही नहीं समझते. हर जुमे को नमाज के बाद हमारा सिर काटने के लिए फतवे दिए जाते हैं तो ऐसी परिस्थिति में हमको कोई मुसलमान कहे, हमको खुद शर्म आती है.''
त्यागी बिरादरी में होंगे शामिल
वसीम रिजवी ने पहले ही घोषणा किया था कि वो सोमवार को इस्लाम छोड़ सनातन धर्म में शामिल होंगे. इस मौके पर यति नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा कि हम वसीम रिजवी के साथ हैं, वसीम रिजवी त्यागी बिरादरी से जुड़ेंगे. शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने ऐलान किया था कि वह इस्लाम छोड़ हिंदू धर्म अपनाने जा रहे हैं. उन्होंने कहा था कि डासना की देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती उन्हें सनातन धर्म में शामिल करवाएंगे.