न्यूज11 भारत
रांची: जापान में ज्वालामुखी विस्फोट होने के बाद उससे सटे दो शहरो को खाली कराया गया है. जापान के मुख्य दक्षिणी द्वीप क्यूशू में एक ज्वालामुखी में विस्फोटहुआ है. खतरे को देखते हुए उससे सटे दो शहरों को खाली करा लिया गया है और कई लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है. ज्वालामुखी में विस्फोट के कारण रात के समय राख और बड़े-बड़े पत्थर निकलते हुए भी देखे गये है. कागोशिमा के दक्षिणी प्रान्त में रविवार रात सकुराजिमा ज्वालामुखी से 2.5 किलोमीटर (1.5 मील) दूर बड़ी चट्टानें गिरीं. क्रेटर के पास नारंगी रंग की लपटें उठती दिखी और पहाड़ की चोटी के ऊपर राख के साथ गहरा धुंआ भी देखा गया.
अलर्ट जारी
मौसम विज्ञान एजेंसी ने विस्फोट की चेतावनी को पांच के उच्चतम स्तर तक बढ़ा दिया और ज्वालामुखी विस्फोट के कारण दो शहरों में 51 निवासियों को अपने घर को छोड़ने की सलाह दी गई है . कागोशिमा शहर की खबर के अनुसार, सोमवार को सुबह तक उनमें से 33 ने लोगो ने अपने-अपने घरों को छोड़ दिया . अन्य लोगों को भी दूसरे स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है.
गिर सकती हैं बड़ी ज्वालामुखी चट्टानें
मौसम विज्ञान एजेंसी के अधिकारियों ने कहा कि कागोशिमा शहर के कुछ हिस्सों में ज्वालामुखी के तीन किलोमीटर के दायरे में बड़ी ज्वालामुखी चट्टानें गिर सकती हैं. उनका यह भी कहना है कि लोगों को लगभग 2 किलोमीटर के दायरे में पाइरोक्लास्टिक प्रवाह के प्रति सतर्क रहना चाहिए.
तेज होती जा रही हैं ज्वालामुखी गतिविधियां
सकुराजिमा की ज्वालामुखी गतिविधियां तेज होती जा रही हैं. रिहायशी इलाकों के लोगों को आस-पास गिरने वाली बड़ी ज्वालामुखीय चट्टानों के लिए हाई अलर्ट पर रहना चाहिए. उनका यह भी कहना है कि लोगों को लगभग 2 किलोमीटर के दायरे में पाइरोक्लास्टिक प्रवाह के प्रति सतर्क रहना चाहिए. ज्वालामुखी से नारंगी रंग की लपटें और राख का गुबार निकलता हुआ देखा गया है. उप मुख्य कैबिनेट सचिव योशिहिको इसोजकी ने बताया कि हम लोगों की जिंदगी को पहले रख रहे हैं और स्थिति का आकलन करने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं।
कोई हताहत नही हुआ
उप मुख्य कैबिनेट सचिव योशीहिको इसोजाकी ने संवाददाताओं को बताया की 'हम लोगों की जान बचाने को वरीयता देंगे और स्थिति का आकलन करने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अपनी पूरी कोशिश करेंगे.' आपदा की वजह से अब तक हुए नुकसान या हताहतों की कोई रिपोर्ट सामने नही आई है. उन्होंने इलाके के और आसपास के लोगों से अनुरोध किया कि वे स्थानीय प्राधिकारियों के ताजा अपडेट पर ध्यान दें, ताकि जानें बचाई जा सकें.
क्या होता है ज्वालामुखी विस्फोट
ज्वालामुखी पृथ्वी की सतह पर उपस्थित ऐसी दरार या मुख होता है जिससे पृथ्वी के भीतर का गर्म लावा, गैस, राख आदि बाहर आते हैं. वस्तुतः यह पृथ्वी की ऊपरी परत में एक विभंग (rupture) होता है जिसके द्वारा अन्दर के पदार्थ बाहर निकलते हैं. ज्वालामुखी द्वारा निःसृत इन पदार्थों के जमा हो जाने से निर्मित शंक्वाकार स्थलरूप को ज्वालामुखी पर्वत कहा जाता है. भू-आकृति विज्ञान में ज्वालामुखी को आकस्मिक घटना के रूप में देखा जाता है और पृथ्वी की सतह पर परिवर्तन लाने वाले बलों में इसे रचनात्मक बल के रूप में वर्गीकृत किया जाता है क्योंकि इनसे कई स्थलरूपों का निर्माण होता है. वहीं, दूसरी ओर पर्यावरण भूगोल इनका अध्ययन एक प्राकृतिक आपदा के रूप में करता है क्योंकि इससे पारितंत्र और जान-माल का नुकसान होता है.