न्यूज11 भारत
वीजा या पासपोर्ट की जरूरत तब पड़ती है जब आप किसी देश से दूसरे देश जा रहे हो, लेकिन अगर आपको भारत में छुक छुक रेलगाड़ी से कहीं जाना हो और आपसे वीजा या पासपोर्ट मांगा जाए तो यह थोड़ा अजीब ऐहसास होगा. हालांकि ये बहुत साधारण बात भी है कि रेल यात्रा में लोगों को इस दस्तावेज की जरूरत नहीं पड़ती. लेकिन भारत में एक ऐसा स्टेशन है जहां पर आपको वीजा और पापासपोर्ट दोनों की ही जरुरत पड़ती है और इसके बिना आप अपना सफर पूरा नहीं कर सकते और ऐसा नहीं करना वहां पर गैरकानूनी माना जाता है. आज हम आपको उस रेलवे स्टेशन के बारे बताएंगे जहां इन दो दस्तावेज अत्यंत जरूरी होते हैं.
अगर आप अटारी रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़ना चाहते हैं या फिर इस स्टेशन पर उतरना चाहते हैं, तो आपके पास वीजा होना चाहिए. भारत और पाकिस्तान की सीमा पर स्थित अमृतसर के अटारी रेलवे स्टेशन में बिना वीजा के यात्रियों का आना जाना सख्त मना है. इस स्टेशन पर 24 घंटे सुरक्षा बलों की निगरानी रहती है, ऐसे में अगर कोई व्यक्ति बिना वीजा (Visa) के पकड़ा जाता है तो उस पर 14 फोरन एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है और उस व्यक्ति कड़ी सजा भी हो सकती है. इतना ही नहीं अगर आप पकड़े गए तो आपकी बेल होना बेहद मुश्किल होता है.
समझौता एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई जाती है
इस रेलवे स्टेशन से देश की सबसे वीवीआईपी ट्रेन समझौता एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई जाती है. यह देश का पहला रेलवे स्टेशन है जहां ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के लिए सीमा शुल्क विभाग के साथ-साथ ट्रेन में बैठे मुसाफिरों से इजाजत ली जाती है. इस रेलवे स्टेशन से हर रेलवे टिकट खरीदने वालों का पासपोर्ट नंबर लिखा जाता है और उन्हें कन्फर्म सीट मिलती है.
कुली भी नहीं मिलता
इस स्टेशन पर आपको कभी कुली नहीं मिलेगा, इतना ही नहीं अगर ट्रेन जरा सी भी लेट होती है तो दोनों मुल्क इसकी जानकारी अपने रजिस्टर में लिखते हैं बकायदा कारणों के साथ. यहां पर आप फोटोग्राफी नहीं कर सकते हैं और रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ, जीआरपी, बीएसएफ समेत खुफिया व सुरक्षा एजेंसियों के पहरे में रहता है.
इंजन राजस्थान में डिब्बे मध्य प्रदेश की जमीन पर
दिल्ली-मुंबई रेलवे लाइन पर स्थित भवानी मंडी रेलवे स्टेशन का दो अलग-अलग राज्यों से लिंक है. यह अनोखा रेलवे स्टेशन राजस्थान और मध्य प्रदेश के बीच बंटा हुआ है, जिसकी वजह से भवानी मंडी पर रुकने वाली हर ट्रेन का इंजन राजस्थान में होता है जबकि उसके डिब्बे मध्य प्रदेश की जमीन में खड़े होते हैं. भवानी मंडी रेलवे स्टेशन के एक छोर पर राजस्थान का बोर्ड लगा हुआ है, जबकि दूसरे छोर पर मध्य प्रदेश का बोर्ड लगाया गया है. दो राज्यों में बंटा होने की वजह से इस स्टेशन को भारत के सबसे अनोखा रेलवे स्टेशनों में गिना जाता है, जो झालावाड़ जिले और कोटा संभाग के अंतर्गत स्थित है.
प्लेटफॉर्म से लेकर बेंच तक सभी चीजों पर महाराष्ट्र और गुजरात लिखा है
भारत के सबसे अलग और अनोखे रेलवे स्टेशनों की लिस्ट में नवापुर रेलवे स्टेशन का नाम सबसे ऊपर आता है. इस स्टेशन का एक हिस्सा महाराष्ट्र में है, जबकि दूसरा हिस्सा गुजरात में है. इसी वजह से नवापुर रेलवे स्टेशन दो अलग-अलग राज्यों में बंटा हुआ है, जहां प्लेटफॉर्म से लेकर बेंच तक सभी चीजों पर महाराष्ट्र और गुजरात लिखा हुआ है. स्टेशन पर घोषणाएं भी 4 भाषाओं, अंग्रेजी, हिंदी, मराठी और गुजराती में की जाती हैं.