न्यूज11 भारत
रांची: शनिवार की सुबह मध्य प्रदेश से दुखद खबर आई यहां हवा में दो फाइटर प्लेन दो फाइटर प्लेन सुखोई-30 और मिराज-2000 एयरक्राफ्ट आपस में टकराकर क्रैश हो गए. इस हादसे में एक पायलट की मौत हो गयी है. यह दोनों विमान ग्वालियर एयरबेस से उड़ान भरे थे. उड़ान के बाद किसी कारणवश दोनों विमान आपस में टकरा गए.
दुघटना की सूचना मिलने पर सेना के साथ स्थानीय पुलिस और बचाव दस्ते ने घायलों की खोज और बचाव कार्य शुरू कर दिया है. बता दें अभी तक हादसे के कारणों की सही जानकारी नहीं मिल पायी है.इसके साथ ही राजस्थान के भरतपुर में भी एक चॉपर गिरने की सूचना मिली है. जानकारी के मुताबिक भारतीय वायुसेना का लड़ाकू विमान क्रैश हुआ है.
यह हादसा मुरैना जिले के पहाड़गढ़ विकासखंड में जंगल में हुआ. आसमान में आग लगते हुए तेज गति से दोनों जमीन की ओर आते देखे गए. बताया जा रहा है कि इस हादसे में एक पायलट शहीद हो गया है. वहीं बाकी पायलटों की तलाश जारी है. बता दे शनिवार सुबह 10 से 10.30 बजे के बीच एयरफोर्स के दो विमानों ने ग्वालियर एयरबेस से उड़ान भरी थी जो आगे चलकर क्रैश हो गयी.
मुरैना में मिराज और भरतपुर में सुखोई गिरा है. मालूम हो कि दो लड़ाकू मिराज विमान रिटर्न फ्लाइट पर आसमान में थे. पायलट ने अपने कौशल का परिचय देते हुए कैलारस व पहाड़गढ़ शहर को दुर्घटना से बचा लिया. सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस और प्रशासन की टीम एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों के साथ मौके पर पहुंच गया है.
बताया जा रहा है कि इस हादसे में दोनों लड़ाकू विमानों के पायलट जिंदा बच गए हैं. राहत और बचाव कार्य जारी है इस बीच ग्वालियर एसपी ने बताया कि मौके पर बड़े स्तर पर कांबिंग शुरू की गई है. पुलिस स्थानीय लोगों की मदद से कांबिंग कर रही है. नुकसान और अवषेशों की तलाश की जा रही है.
उन्होंने बताया कि हादसे के बाद पूरे जंगल में विमान के अवशेष फैल गए हैं. उन्होंने बताया कि अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि मिराज में कितने पायलट मौजूद थे. वहीं दस हदसे पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने दुख जताया है. साथ ही उन्होंने स्थानीय प्रशासन को तत्काल राहत व बचाव कार्य करने के निर्देश दिए हैं.
वहीं रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने की वायुसेना प्रमुख से बातचीत
घटना की जानकारी मिलने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वायु सेना प्रमुख को फोन कर पूरी जानकारी ली. उन्होंने सेनाध्यक्ष को घटना के कारणों की जांच कराने और जल्द से जल्द मंत्रालय में रिपोर्ट देने को कहा है. इसी के साथ उन्होंने राहत कार्य भी तेज करने के निर्देश दिए हैं. सूत्रों के मुताबिक खुद रक्षामंत्री CDS जनरल अनिल चौहान और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी के संपर्क में हैं और लगातार घटना के बारे में जानकारी ले रहे हैं.