न्यूज11 भारत, सरफराज कुरैशी
रांचीः मांडर विधानसभा उपचुनाव को लेकर नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 6 जून है. अभी तक 6 लोगों ने नामांकन किया. रविवार को अवकाश होने के कारण कोई नामांकन नहीं हुआ. जबकि, शनिवार को दिन के 3 बजे तक 16 लोग नामांकन खरीद चुके थे. इनमें 6 ही लोगों ने नामांकन किया था. वहीं, सोमवार को करीब पांच लोगों ने नामांकन फॉर्म खरीदा है. अगर सभी ने नामांकन दाखिल किया तो 21 उम्मीदवार हो जाएंगे. 7 जून को स्क्रूटनी होगी. वहीं, 9 जून को दिन के 3.00 बजे तक नाम वापस लिया जा सकता है. ऐसे में अगर सभी उम्मीदवारों के नामांकन पत्र वैध पाए गए और किसी ने नाम वापस नहीं लिया तो मांडर के प्रत्येक बूथ पर दो-दो ईवीएम लगाए जाएंगे
ईवीएम में होते हैं 16 बटन
एक ईवीएम मशीन में कुल 16 बटन होते हैं. जिसमें 15 नंबर तक प्रत्याशी और 16वां नंबर बटन नोटा का होता है. ऐसे में अगर 15 से अधिक प्रत्याशी मैदान में उतरते हैं तो प्रत्येक बूथ पर दो-दो ईवीएम लगाने पड़ेंगे. हालांकि, जिस प्रकार 20 से अधिक लोगों ने नामांकन पत्र खरीदा है तो ऐसे में माना जा रहा है कि मांडर उपचुनाव में प्रत्याशियों की संख्या 15 से अधिक रहेगी. मतलब पोलिंग टीम के सदस्यों को चुनाव कराने में अधिक मेहनत करनी होगी. क्योंकि, उन्हें एक अतिरिक्त ईवीएम लेकर बूथ में जाना होगा.
858 ईवीएम लगाने होंगे
मांडर विस क्षेत्र के 5 प्रखंडों में कुल 429 बूथ हैं. अगर प्रत्येक बूथ में दो ईवीएम लगाने होंगे तो कुल 858 ईवीएम की जरूरत होगी. हालांकि, मांडर उपचुनाव को लेकर पूर्व में ही मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार के निर्देश पर पूर्व में ही रांची जिला प्रशासन के द्वारा देवघर से 1500 बैलेट यूनिट (बीयू), पलामू से 671 और लातेहार से 238 कंट्रोल यूनिट (सीयू) यानि कुल 909 सीयू मंगाया गया है. जबकि, हैदराबाद से हैदराबाद से एम-3 (थर्ड जेनरेशन मशीन) 1000 वीवीपैट मशीन भी मंगाए गए हैं. ऐसे में साफ है कि अगर दो ईवीएम भी लगाने की जरूरत होती है तो जिला प्रशासन को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी.
एफएलसी की प्रक्रिया जारी
मांडर विधानसभा क्षेत्र के 271 भवनों में 429 बूथ हैं. चुनाव को लेकर यहां भेजे जाने वाले सभी बीयू-सीयू और वीवीपैट की फर्स्ट लेबल चेकिंग (एफएलसी) कराई जा रही है. बूथ पर अगर दो-दो ईवीएम लगाने होंगे तो 858 की जरूरत होगी. इसके अलावा 429 बूथ के अनुसार 10 प्रतिशत बीयू-सीयू और वीवीपैट को रिजर्व भी रखा जाएगा. हालांकि, अभी तक की जारी एफएलसी में नाम मात्र के बीयू-सीयू में ही प्रॉब्लम मिला है. इधर, चुनाव कार्य में लगे कर्मियों का कहना है कि अगर मांडर विस उपचुनाव में 15 से अधिक प्रत्याशी भी मैदान में रहे तो कोई समस्या नहीं होगी. क्योंकि, रांची में 1500 बीयू मंगाया गया है. अगर 15 से अधिक प्रत्याशी हुए तो सीयू व वीवीपैट तो एक-एक ही जरूरत होगी. सिर्फ बीयू की जरूरत दो होगी. 1500 बीयू रांची में हैं इसलिए कोई समस्या नहीं होगी.