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रांची: ओडिशा के बालासोर में भीषण ट्रेन हादसे के बाद का दृश्य तेजी से बदलता जा रहा है. दुर्घटना के 51 घंटे बाद से ताबड़तोड़ युद्ध स्तर पर काम करते हुए रेल कर्मियों ने मिसाल कायम की. अप और डाउन लाइन पर ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया गया. दुर्घटनाग्रस्त कोरोमंडल एक्सप्रेस का पहला रैक जाना शुरू हो गया. देर रात से सात ट्रेनों का आगमन इस रूप में शुरू हो गया.
रेल हादसे के बाद से ही रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव घटनास्थल बालासोर में तैनात रहे. राहत और बचाव कार्य से लेकर रेल रूट के पुनर्बहाल करने के कार्य को हुए मॉनिटर करते रहे. रेल कर्मियों का उत्साहवर्धन करते रहे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी सारी जानकारी अपडेट करते रहे हैं.
और रोने लगे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव
जब दुर्घटनास्थल पर यूपी और डाउन लाइन पर ट्रेनों का परिचालन शुरू हो गया तो उसे समय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भगवान को स्मरण करते हुए गुजरती हुई ट्रेन को प्रणाम किया. पत्रकारों से बात करते हुए रेल मंत्री ने कहा कि इस हादसे में जिन लोगों ने अपने परिजनों को खोया है उनके साथ हमारी संवेदना है. ट्रेन सेवा बहाल कर देना ही हमारा दायित्व नहीं बल्कि जिनकी भी मौत हुई है उनके पार्थिव शरीर को उनके घर वालों तक पहुंचाना और घायलों का बेहतर इलाज करना भी हमारा दायित्व है. इतना बोलते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव रोने लग गए.
बता दें कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी रहे हैं और ओडिशा कैडर में उन्होंने सेवा दी है. आपदा प्रबंधन में उनके काम की सराहना 2003 में ही की गई थी जिस जिले में यह रेल हादसा हुआ, उस जिले के वह कलेक्टर रह चुके हैं. बालासोर रेल हादसे में मरने वालों की संख्या 288 हो गई है, और 1000 से अधिक लोग जख्मी हैं, जिनका इलाज विभिन्न मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में चल रहा है. दिल्ली एम्स के भी डॉक्टर यहां विशेष विमान से पहुंच चुके हैं.