न्यूज 11 भारत
रांची : राजधानी समेत पूरे झारखंड में कोरोना अब हार रहा है. अप्रैल में शुरू हुए कोरोना के दूसरी लहर ने अपने प्रकोप से हाहाकार मचा दिया था. मगर पहली बार है कि पूरे राज्य में महज 74 एक्टिव केस हैं. वहीं, राजधानी रांची में 52 दिनों के बाद एक्टिव मरीजों की संख्या 44 हुई. इससे पहले 28 जुलाई को रांची में कोरोना मरीजों की संख्या महज 41 हो गई थी. मगर इसके बाद से मरीजों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ते हुए 100 से अधिक हो गई थी. दुर्गा पूजा से पहले राजधानी सहित राज्य भर में कोरोना मरीजों की लगातार घटती संख्या राहत दे रहा है. हालांकि, अभी भी राज्य में एक्टिव मरीजों की कुल संख्या का 59.45 प्रतिशत अकेले रांची में है. बाकी राज्य के 21 जिलों में सिर्फ 30 एक्टिव केस ही बचे हैं.
सिर्फ रांची में ही मिले नए मरीज
रांची सहित राज्य भर में मरीजों की घटती संख्या को देखकर लापरवाही बरती गई तो फिर कोरोना को अपना पैर पसारने का मौका मिल सकता है. खासकर राजधानी में सर्तकता जरूरी है. क्योंकि, हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से 18 सितंबर की रात 9 बजे तक के जारी आंकड़ों को देखें तो राज्य भर में सिर्फ 3 नए मरीज मिले हैं. ये सभी मरीज रांची में ही मिले हैं. बाकी 21 जिलों में एक भी नए मरीज नहीं मिले हैं.
3,42,907 लोग दे चुके हैं कोरोना को मात
कोरोना की पहली लहर शुरू होने के बाद से लेकर अब तक झारखंड में 3,42,907 लोग कोरोना को मात दे चुके हैं. राज्य में अभी तक 1,42,66,352 लोगों की कोरोना जांच हुई. जिसमें 3,48,114 लोग पॉजिटिव मिले. इनमें से 3,42,907 ने कोरोना को मात दी, जबकि 5,133 लोगों की मौत हुई है. वहीं, रांची की बात करें तो 85,746 लोग पॉजिटिव हुए, जिसमें 84,113 कोरोना को हराने में सफल हुए. जबकि, यह वायरस 1,589 लोगों की जान ले चुकी है.
सर्तकता और जागरूकता का दिख रहा असर
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच राज्य में कोरोना के आंकड़ों में लगातार गिरावट से सरकार की सख्ती, सर्तकता और लोगों में आई जागरूकता का असर नजर आ रहा है. अब आने वाले दिनों में त्योहार आने वाले हैं. सरकार ने इसके लिए गाइडलाइन जारी किया है. सरकार के गाइडलाइन का पालन करने के लिए प्रशासन सख्ती बरतेगी. मगर सबसे ज्यादा जिम्मेदारी आम लोगों की होगी. कोरोना को पूरी तरह से हराने के लिए गाइडलाइन का अनिवार्य रूप से पालन करना जरूरी है. क्योंकि, थोड़ी सी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है.