न्यूज 11 भारत
रांची: हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड, एचईसी में तीसरे दिन शनिवार को भी टूल डाउन स्ट्राइक जारी है. दो दिसंबर को सुबह आठ बजे एचईसी के तीनों प्लांट एचएमबीपी, एफएफपी और एचएमटीपी में कमियों ने उत्पादन ठप कर दिया था. कर्मी बकाया वेतन भुगतान को लेकर टूल डाउन स्ट्राइक पर चले गए. कर्मियों के स्ट्राइक का नेतृत्व कोई श्रमिक संगठन नहीं कर रहा है. आर्थिक तंगी से जूझ रहे कर्मियों ने खूद से काम ठप किया है. उत्पादन ठप होने से एचईसी कंपनी को रोजाना एक करोड़ का नुकसान हो रहा है, ऐसा प्रबंधन के अफसरों का कहना है.
प्रबंधन के अपील और नुकसान की बात से भड़के कर्मी
एचईसी प्रबंधन द्वारा 3 दिसंबर को एक अपील पत्र जारी किया गया. जिसमें कर्मियों से काम पर लौटने को कहा गया है. वहीं कहा गया है कि अगर कर्मी काम पर नहीं लौटे, तो नो वर्क नो पे का सिद्धांत लागू होगा. दूसरी तरफ एचईसी प्रबंधन के अफसरों का कहना है कि उत्पादन ठप होने से एचईसी कंपनी को रोजाना एक करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है.
एचईसी प्रबंधन के अपील और नुकसान की बात से कर्मी भड़क गए है. कर्मचारियों का कहना है कि प्रबंधन सात माह से वेतन नहीं दे रहा है. ऐसे में भी हम एक प्रकार से नो वर्क नो पे की तरह ही कंपनी में योगदान देते आ रहे है. काम कर रहे है, मगर पैसा नहीं मिल रहा है. घर परिवार चलाना मुश्किल हो गया है. ऐसे में प्रबंधन वेतन भुगतान करने के बजाए तानासाह की तरह फरमान जारी कर रहा है.
अपील करने वाले अफसर बताए, वेतन का भुगतान कब होगा
एचईसी कर्मियों का कहना है कि अगर कंपनी में रोजाना एक करोड़ का उत्पादन होता है, तो कंपनी हर माह 30 करोड़ का उत्पादन करती है. जब कंपनी में 30 करोड़ का हर माह उत्पादन हो रहा है, तो कंपनी की आर्थिक स्थिति क्यू खराब हो गई. वेतन के लिए भी एचईसी प्रबंधन के पैसा नहीं है. एचईसी प्रबंधन के जिन तीन अफसरों ने अपील पत्र जारी किया है, वे बताए कि वेतन का भुगतान कब होगा.
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अफसरों को बंधक बना सकते है कर्मी
एचईसी प्रबंधन के अफसर वेतन भुगतान को लेकर गंभीर नहीं दिख रहे है. वेतन भुगतान पर कंपनी का कोई भी अफसर कर्मियों से बातचीत नहीं रहा है. कर्मी तीनों प्लांट में सुबह से प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे है. अब कर्मचारी अफसरों को बंधक बना सकते है. ऐसी संभावना है. 1 दिसंबर को कर्मी एचएमबीपी प्लांट में जीएम स्तर के अफसर को बंधक बना चुके हैं. जल्द वेतन भुगतान के आश्वासन के बाद कर्मियों ने जीएम को मुक्त किया था. कर्मियों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए एचईसी प्रबंधन ने सीआईएसएफ और जिला प्रशासन को सूचित किया है. निगम मुख्यालय की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. निगम मुख्यालय में मीडिया कर्मियों को भी नहीं जाने दिया जा रहा है.
वहीं स्ट्राइक के दौरान एचएमबपी, एफएफपी और एचएमटीपी मुख्यालय और कार्यशालाओं में पोस्टेड अफसर कार्यस्थल पर नहीं जा रहे है. तीसरे दिन प्लांट में पोस्टेड ज्यादातर अफसर के गायब रहने की सूचना है. अफसर बंधक बनने के डर से प्लांट में नहीं जा रहे हैं.