अशोक कुमार सिंह/न्यूज11भारत
धनबाद/डेस्क:-विश्व पृथ्वी दिवस है हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है लेकिन धरती पर एक दिन के लिए असर तो दिखता है. उसके बाद इसे लोग भूल जाते हैं या आगे संदेश नहीं फैलाना चाहते हैं. आईआईटी आईएसएम में पर्यावरण विज्ञान एवं अभियांत्रिकी विभाग के हेड ऑफ डिपार्टमेंट अंशुमाली ने बताया कि आज हमारी औसत आयु घट रही है जिस पर्यावरण को बचाने के लिए वन विभाग द्वारा बीच बीच के अभियान चलाया जाता है कि दुनिया खतरे में है उसी तरह भूभाग को भी बचाने के लिए लोगों को आगे आना चाहिए लेकिन इसके बारे में कोई नहीं सोचता नदियों की बात करे तो सिर्फ 0.5 प्रतिशत ही मुख्य नदियां बची है और बाकी सहायक नदियों को लोगों ने अतिक्रमण कर खेती बारी शुरू कर दी है हम लोगों ने भूभाग के लिए 8 प्रतिशत भूभाग सरकार से मांग की है विश्व अर्थ डे की शुरुआत साल 1960 में पहली बार वर्ल्ड अर्थ डे मनाने का प्रस्ताव रखा गया। इस दिन को मनाने की शुरुआत साल 1970 में संयुक्त राष्ट्र अमेरिका से हुई। पृथ्वी दिवस का उद्देश्य क्लाइमेट चेंज, ग्लोबल वार्मिंग, प्रदूषण और जैव विविधता संरक्षण के प्रति लोगों का ध्यान आकर्षित करना है.