न्यूज11 भारत
झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण एवं पूर्ण आवास नीति के तहत आत्मसमर्पण कार्यक्रम नई दिशा एक नई पहल रंग लाने लगी है. इस नीति के तहत आज यानी सोमवार को एक करोड़ के इनामी माओवादी सेंट्रल कमेटी मेंबर हार्डकोर नक्सली अनल दा के मारक दस्ते का सदस्य गजु उर्फ सूरज सरदार, उसकी पत्नी गीता और एरिया कमांडर बैलून सरदार ने सरेंडर कर दिया है. सरेंडर झारखंड पुलिस केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के समक्ष किया गया.
आत्मसमर्पण कार्यक्रम का आयोजन डोरंडा के डीआईजी रांची के कार्यलय में किया गया, जहां आईजी ऑपरेशन ए वी होमकर, डीआईजी रांची, डीआईजी कोल्हान, डीआईजी स्पेशल ब्रांच, एसपी सरायकेला सहित कई अधिकारी मौजूद रहें. वहीं, इस दौरान आईजी ऑपरेशन ने अपने संबोधन में कहा कि पुलिस को पिछले दिनों में कई सारी सफलताएं प्राप्त हुई है. कई सारे नक्सली मुठभेड़ में मारे गए हैं, कई नक्सली गिरफ्तार हुए हैं. इसके साथ-साथ ही झारखंड सरकार के आत्मसमर्पण नीति पर काम किया जा रहा है. इसके बाद उन्होंने कहा कि सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं और विगत दिनों में कई सारे सक्रिय नक्सली कमांडर और सदस्यों ने पुलिस और केंद्रीय बलों के समक्ष आत्मसमर्पण करेंगे.
झारखंड पुलिस की अपील
नक्सली संगठन में जो भी लोग शामिल है, वह नक्सली संगठन छोड़े हिंसा का रास्ता छोड़े और समाज की मुख्यधारा में आए. हम आपका तहे दिल से स्वागत करते हैं. आपके जीवन के लिए झारखंड सरकार झारखंड पुलिस और सभी केंद्रीय अर्धसैनिक बल आपके साथ में खड़े रहने के लिए तैयार है लेकिन आप हिंसा का रास्ता छोड़ें.
सितंबर माह से पुलिस के संपर्क में था नक्सली बैलून सरदार
नक्सली बैलून सरदार सितंबर माह से पुलिस के संपर्क में था. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने कई हथियार बरामद किए हैं. इससे पहले भी बैलून सरदार के सरेंडर करने की सूचना थी लेकिन पुलिस स्पष्ट नहीं कर पा रही थी. डीआईजी असीम विक्रांत मिंज का कहना है कि नक्सलियों के लगातार सरेंडर करने की वजह से संगठन पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है. कई और नक्सली संपर्क में है जो जल्दी सरेंडर करेंगे.