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रांचीः पिछले कुछ दिनों से एक मैसेज काफी वायरल हो रहा है. जिसमें दावा किया जा रहा है कि जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन ले रखी हैं उन्हें प्रधानमंत्री जन कल्याण विभाग की ओर से 5000 रूपए दिए जा रहे है. बता दें, इस मैसेज में ऑनलाइन फॉर्म भरने का ऑप्शन दिखता है.
कहीं आपके मोबाइल में इस तरह के कोई मैसेज तो नहीं आया? एक बार आप अपने मोबाइल भी जरुर चेक कर लें, कहीं आपके पास भी कोरोना वैक्सीन से जुड़ा कोई मैसेज तो नहीं आया है? जानकारी के लिए आपको बता दें, जो मैसेज वायरल हो रहा है उसमें लिखा गया है कि 'जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन लगवा ली है उन्हें सरकार की तरफ से 5000 रुपए दिए जा रहे है. सरकार यह राशि प्रधानमंत्री जनकल्याण विभाग द्वारा जारी कर रही है, आप फॉर्म अप्लाई करें और 5000 की यह राशि प्राप्त करें'. कहीं आपको भी यह मैसे तो नहीं मिला? क्योंकि यह मैसेज पिछले कुछ दिनों से काफी वायरल हो रहा है. अगर आपको यह मैसेज मिला है तो आप सतर्क हो जाएं और किसी तरह के रजिस्ट्रेशन करने में कोई जल्दबाजी न करें. अगर आपने हड़बड़ी और पैसे की लालच में फॉर्म अप्लाई कर लीं तो आप किसी बड़े ठगी का शिकार हो सकते है. यह बात कोई और नहीं बल्कि भारत सरकार का कहना है. आइए जानते है क्या है पूरा माजरा..
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प्रेस से जुड़े कामकाज देखने वाला सरकारी ब्यूरो प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो ने इस वायरल मैसेज की छानबीन की है. अपने टि्वटर हैंडल पर इस मैसेज को जारी किया है. मैसेज में लिखा गया है, एक आवश्यक सूचना. जिन्होंने वैक्सीन लगा ली है उन्हें 5,000 रुपये प्रधानमंत्री जन कल्याण विभाग द्वारा दिया जा रहा है. आपने भी कोरोना की वैक्सीन लगा ली है तो अभी फॉर्म भरें और 5,000 रुपये प्राप्त करें. वायरल मैसेज में एक लिंक दिया गया है जिस पर क्लिक कर राशि पाने के लिए आवेदन करना है.
सरकार ने क्या कहा
अपनी पड़ताल के बाद पीआईबी ने इस वायरल मैसेज को फर्जी करार दिया है. पीआईबी ने कहा है, 'एक वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि जिन लोगों ने कोविड वैक्सीन लगवा ली है उन्हें एक ऑनलाइन फॉर्म भरने के बाद प्रधानमंत्री जन कल्याण विभाग द्वारा 5,000 रुपये प्रदान किए जा रहे हैं.' पीआईबी ने कहा इस मैसेज का दावा फर्जी है. सरकार ने ऐसी कोई भी योजना नहीं लाई है. कृपया इस फर्जी मैसेज को फॉरवर्ड न करें.
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मैसेज से फर्जीवाड़ा की मंशा
अगर आपके पास इस तरह के कोई मैसेज आए है तो, कृप्या आप इसे किसी को फॉरवर्ड न करें, क्योंकि आपके एक फॉरवर्ड से कोई अन्य ठगी का शिकार हो सकता है. आपको बता दें, इस मैसेज के जरिये लोगों को धोखे में लेना और फर्जीवाड़ा करने की मंशा है. मैसेज में कहा गया है, कृपया ध्यान दें. 5,000 रुपये की राशि केवल 30 जुलाई 2022 तक ही मिलेगी. मैसेज में दी गई लिंक पर क्लिक करने के बाद आवेदन करना है. असल में यह लिंक ही पूरा गड़बड़-झाला है क्योंकि लोगों को झांसे में लेने के लिए इसका नाम पीएम योजना दिया गया है. कोई भी व्यक्ति पीएम योजना के नाम पर धोखे में आ सकता है और सरकारी स्कीम समझ कर लिंक पर क्लिक कर अपनी पर्सनल जानकारी दे सकता है. इससे खतरा बढ़ सकता है.