प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क:-पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना की मेजबानी में तथा भारतीय विश्वविद्यालय संघ(AIU) की देखरेख में 28 मार्च से 1 अप्रैल तक आयोजित अंतर विश्वविद्यालय राष्ट्रीय युवा महोत्सव में शानदार प्रदर्शन किया था. मंगलवार को विश्वविद्यालय लौटने पर विजेता दल के सम्मान में विश्वविद्यालय के कुलपति कक्ष में एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया.
झारखंड के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति के शिक्षा परामर्शी प्रोफेसर इ बालागुरुस्वामी ने सभी विजेता प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका सम्मान किया.कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति श्रीमती सुमन कैथरीन किसपोट्टा ने किया.आयोजन को संबोधित करते हुए प्रोफेसर बालागुरुस्वामी ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ कला संस्कृति एवं खेलकूद के गतिविधियों के माध्यम से अनेक प्रकार की व्यवहारिक शिक्षा की प्राप्ति होती है जिनकी पढ़ाई वर्ग में नहीं होती है.इसका लाभ प्रतिभागियों को मिलेगा.उन्होंने सभी प्रतिभागियों को, दल के प्रबंधकों को एवं पूरे विश्वविद्यालय परिवार को इस बड़ी उपलब्धि के लिए साधुवाद दिया.माननीय कुलाधिपति के विशेष कार्य पदाधिकारी डॉ संजीव राय ने अपने संबोधन में प्रतिभागियों का उत्साह वर्धन किया.
विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा कि यह उपलब्धि काबिले तारीफ है.आप सब ने विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है.उन्होंने विश्वविद्यालय दल के दोनों प्रबंधको डॉ जॉनी रुफिना तिर्की एवं डॉ अर्चना रीना धान की भी प्रशंसा की.उन्होंने सभी को शुभकामनाएं दी.विनोबा भावे विश्वविद्यालय दल के प्रबंधक एवं मानव विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ जॉनी रुफिना तिर्की ने बताया की कल 109 विश्वविद्यालय के प्रतिभागी राष्ट्रीय युवा महोत्सव में भाग लिए थे.विनोबा भावे विश्वविद्यालय झारखंड का एकमात्र विश्वविद्यालय है जिसे आठ विधाओं में प्रथम, द्वितीय या तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुए.कार्यक्रम को विश्वविद्यालय के वित्त परामर्शी श्री सुनील कुमार सिंह, कुलसचिव मोहम्मद मोख्तार आलम, वित्त पदाधिकारी डॉ सुरेंद्र कुशवाहा आदि ने भी संबोधित किया.विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लगातार अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए स्नातकोत्तर कला-संस्कृति परिषद के सचिव डॉ सुकल्याण मोइत्रा ने प्रस्ताव दिया कि विश्वविद्यालय की ओर से डिपार्मेंट आफ परफॉर्मिंग आर्ट्स खोले जाने का एक प्रस्ताव तैयार करके कुलाधिपति के शिक्षा परामर्शी महोदय को समर्पित किया जाए.प्रोफेसर बालागुरुस्वामी ने हाथ उठाकर इस प्रस्ताव का स्वागत किया.
कार्यक्रम का संचालन छात्रकल्याण संकायअध्यक्ष प्रो मिथिलेश कुमार सिंह तथा धन्यवाद ज्ञापन सीसीडीसी डॉ केके गुप्ता ने किया. ज्ञात हो कि विभावि दल को सांस्कृतिक शोभायात्रा में तीसरा स्थान, लोक नृत्य में दूसरा स्थान, वाद-विवाद में तीसरा स्थान, प्रहसन (skit) में तीसरा स्थान,मुक अभिनय (mime) में तीसरा स्थान, मेहंदी में प्रथम स्थान, इंस्टॉलेशन में प्रथम स्थान, तथा रंगोली में द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ है.
इस अवसर पर प्रतिभागी सिफत मौज्जामा ने अपने 10 दिनों के अनुभव पर एक स्वरचित कविता पाठ कर सबका दिल मोह लिया.