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रांची: बजट सत्र के दसवें दिन भी विपक्ष के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए स्पीकर ने कार्यमंत्रणा की आपात बैठक बुलाई . ये बैठक स्पीकर रवीन्द्रनाथ महतो के कक्ष में हुई. बता दें ये कार्यमंत्रणा समिति की बैठक विधानसभा अध्यक्ष की अध्यक्षता में हुई तथा इस बैठक में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम समेत अन्य विधायक शामिल हुए.
इस बैठक में सर्वसम्मती से निर्णय लिया गया कि 24 की जगह 23 मार्च को ही बजट सत्र समाप्त होगा. इसके साथ ही इस बैठक में अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई. बता दें पिछले तीन दिनों से सदन की कर्रवाही हंगामें के भेंट चढ़ रहा. एक तरफ बीजेपी के नेताओं ने नियोजन नीति पर बवाल किया हुआ है तो वहीं स्पीकर ने भी विपक्ष के नेताओं के इस रवैये पर आपत्ति जताई है.
इसके पलटवार में बीजेपी के नेता विरंची नारायण ने कहा कि साढ़े तीन करोड़ जनता उम्मीद से देख रही है यह स्पीकर की मनमानी है. स्पीकर कोई गलत निर्णय देंगे, तो उसका भी विरोध होगा. नारायण ने कहा कि एक सदस्य विशेष के दबाव में स्पीकर यह निर्णय ले रहे है.
इसके बाद विरंची ने कहा कि विशेष सत्र के दौरान जिस दिन 1932 खतियान का प्रस्ताव पारित हुआ था, उस दिन मुख्यमंत्री और संसदीय कार्यमंत्री के सीट के सामने भी नारा टंगा था, तब स्पीकर कहां थे.
तब उन्होंने आपत्ति क्यों नहीं जतायी थी. भाजपा के मुख्य सचेतक ने कहा कि विधानसभा के कार्य संचालन नियमावली में ऐसा कोई उल्लेख नहीं है कि विधायक स्लोग्रन लिखा टी-शर्ट पहन कर नहीं आ सकते है. नारायण ने आगे कहा कि सदन नियम-परिनियम से चलना चाहिए़ भाजपा किसी भी अलोकतांत्रिक निर्णय का विरोध करेगी.
बता दें सदन में कुछ नियम कायदे है जिनमें अपना कोट बांह पर लटका कर प्रवेश करना, सदन में अपना हैट डेस्क पर रखना, सदन में धूम्रपान करना, सभा में नारे लगाना, सभा में अपने स्थान पर झंडा या कोई प्रतीक लगाना, सभा में वाद-विवाद के दौरान कोई चीज दिखाना या प्रदर्शित करना वर्जित है.