ठेकेदार शंभू सिंह, अवधेश सिंह और केजीएन कंस्ट्रक्शन पर मेहरबान हैं निगम के अधिकारी-Mayor
न्यूज़11 भारत
रांची: गुरुवार को रांची नगर निगम की मेयर डा. आशा लकड़ा ने इंजीनियरिंग सेक्शन (अभियंत्रण शाखा) के कार्यों की समीक्षा की. बैठक में मेयर ने इंजीनियरिंग शाखा से ठेकेदार शंभू सिंह को दिए गए 22 करोड़ के प्रमाण पत्र, केजीएन कंस्ट्रक्शन द्वारा किए गए आधे-अधूरे नाली का निर्माण व मेसर्स अवधेश सिंह को मोरहाबादी मैदान के चारों ओर पेवर ब्लॉक लगाने का कार्य दिए जाने पर जानकारी मांगी. लेकिन पदाधिकारियों ने इनमें से किसी विषय पर संतोषजनक जवाब मेयर को नहीं दे पाए. मेयर ने कहा कि इससे यह स्पष्ट है कि अभियंत्रण शाखा के अधिकारी नियम-कानून को ताक पर रखकर ठेकेदार व निजी एजेंसियों को लाभ पहुंचा रहे हैं. जब राज्य सरकार ने निर्माण कार्य से संबंधित सामग्रियों का रेट निर्धारित कर रखा है तो कार्यपालक अभियंता किसके आदेश पर रेट बढ़ाकर किसी ठेकेदार को दो करोड़ के काम के बदले 22 करोड़ का भुगतान प्रमाण पत्र जारी कर रहे हैं. नगर आयुक्त इस मामले की जांच करा रहे थे, लेकिन अब तक कार्यपालक अभियंता पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई. इस संबंध में नगर आयुक्त को पूर्व में पत्राचार भी किया जा चुका है. मेयर ने अधिकारियों से कहा कि जिन योजनाओं का सीएस तैयार करना है, 10 दिनों के अंदर बनाएं. मेयर ने यह भी कहा कि अधिकारी टेंडर का निष्पादन कर सिर्फ और सिर्फ कमीशन का खेल खेल रहे हैं. मेयर ने अभियंत्रण शाखा के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि निगम में जितनी भी गड़बडी हो रही है, उस पर नजर रखी जा रही है। गड़बड़ी करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा.
बैठक में उप नगर आयुक्त कुंवर सिंह पहान, रजनीश कुमार, कार्यपालक अभियंता रमेश कुमार सिंह, गौतम सिन्हा समेत सहायक अभियंता, कनीय अभियंता उपस्थित रहे.
बिना मंजूरी के संवेदक अवधेश सिंह को 4,84,17,900 रुपये का काम दे दिया
इसी प्रकार, मोरहाबादी मैदान के चारों ओर पुनर्विकास योजना के तहत संवेदक अवधेश सिंह को 4,84,17,900 रुपये का काम दिया गया है, जबकि इस कार्य के लिए निगम परिषद से स्वीकृति भी नहीं ली गई है. नगर आयुक्त ने अब तक यह भी स्पष्ट नहीं किया है कि इस कार्य के लिए भुगतान किस हेड से किया जाएगा.
ब्लैकलिस्टेड कंपनी को विभाग ने दे दिया सिवरेज एंड ड्रनेज योजना का काम
बैठक में सिवरेज एंड ड्रनेज योजना से संबंधित कार्यों पर भी चर्चा की गई. इस क्रम में अधिकारियों से यह जानकारी मांगी गई कि सिवरेज एंड ड्रेनेज योजना के तहत नई एजेंसी ने अब तक क्या-क्या कार्य किए, परंतु अधिकारियों के पास कोई जवाब नहीं था. पूर्व में अधिकारियों से एजेंसी के साथ किए गए एकरारनामा व एजेंसी की ओर से टेंडर हासिल करने के लिए जमा किए गए दस्तावेजों की कॉपी मांगी गई थी, परंतु अभियंत्रण शाखा के अधिकारियों ने अब तक न तो कागजात उपलब्ध कराए और न ही कोई स्पष्ट जानकारी दी. मेयर ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है, सिवरेज एंड ड्रेनेज का काम कर रही एजेंसी ब्लैकलिस्टेड है. फिर भी इस एजेंसी को नगर विकास विभाग ने सिवरेज एंड ड्रेनेज के शेष कार्यों को पूरा करने का काम दे दिया.