मुजतबा हैदर रिजवी/ न्यूज11भारत
जमशेदपुर/डेस्क:-लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों के अधिकतम खर्च की सीमा 95 लाख रुपए है. इससे अधिक खर्च करने वाले उम्मीदवार मुश्किल में पड़ेंगे. डीसी अनन्य मित्तल ने शनिवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर उम्मीदवारों के खर्चे पर निगाह रखने के निर्देश दिए हैं. इस मीटिंग में उप विकास आयुक्त मनीष कुमार, परियोजना निदेशक आईटीडीए सह वरीय पदाधिकारी व्यय लेखा कोषांग दीपांकर चौधरी और सभी छह विधानसभा क्षेत्र के सहायक व्यय पर्यवेक्षक (एईओ) व लेखा दल के सदस्य उपस्थित थे. बैठक में चुनाव के दौरान राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों के द्वारा प्रचार-प्रसार व अन्य कार्यों के लिए जाने वाले खर्चों की निगरानी से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गई. इसके साथ हीखर्चों का रिकॉर्ड रखने के लिए अलग-अलग रजिस्टर बनाया जाएगा.
जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि चुनाव में प्रत्याशियों द्वारा किए जाने वाले खर्च पर पैनी नजर रखें. प्रत्याशियों के द्वारा किए गए हर खर्च को रोज अलग-अलग रजिस्टर में दर्ज करना है. निर्धारित तारीख को राजनीतिक दल व प्रत्याशी के प्रतिनिधि एवं जिला प्रशासन के व्यय निगरानी दल चुनावी खर्च के लेखा जोखा का आपस में मिलान करेंगे. ऐसे में सभी अपने-अपने कार्य प्रणाली के अनुसार काम करते हुए अभ्यर्थियों के व्यय का निरीक्षण करें. पारदर्शिता के साथ व्यय का लेखा-जोखा दर्ज करें. उन्होंने सभी टीमों को तकनीकी आधार पर संपूर्ण कार्यों के निष्पादन पर भी जोर दिया.
पीडीआईटीडीए सह वरीय अधिकारी व्यय लेखा कोषांग ने कहा कि जिला के लिए व्यय पर्यवेक्षक नियमित हो चुके हैं. व्यय निगरानी दल अभ्यर्थी द्वारा किए जा रहे. सभी प्रकार के खर्चों का बारीकी से अवलोकन करना और उन्हें रजिस्टर में विधिवत अंकित करना सुनिश्चित करेंगे. इसमें किसी भी प्रकार की त्रुटि नहीं होनी चाहिए. किस टीम का क्या रोल है इसपर पूरी प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि आपसी तालमेल स्थापित कर निर्वाचन के दायित्वों का निर्वहन करें. ताकि लोकसभा निर्वाचन में सभी प्रत्याशियों द्वारा किए जा रहे चुनावी खर्च पर नजर रखी जा सके.