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रांची: खूंटी में अबुआ बुगिन स्वास्थ्य (हमारा बेहतर स्वास्थ्य) कार्यक्रम के तहत राज्यपाल रमेश बैस ने स्वास्थ्य मेले का उदघाटन किया. केंद्रीय जनजातीय मंत्रालय की ओर से आयोजित स्वास्थ्य मेले में 60 हजार लोगों की जांच की जा रही है.
राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि इस माटी के सपूत के साहस, त्याग व बलिदान की गाथा की पूरे विश्व में ख्याति है. हमारे देश के स्वतंत्रता आंदोलन में इन्होंने लोगों को प्रेरित करने का कार्य किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिन को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की. जनजातीय समुदाय का गौरवशाली इतिहास रहा है. देश की आजादी में हमारे जनजातीय समुदाय के लोगों का अविस्मरणीय योगदान है. झारखण्ड वीरों की भूमि है.
हम सभी को अपनी युवा पीढ़ी, बच्चों को अपने स्वतन्त्रता आंदोलन के महानायकों के योगदान से अवगत कराना बहुत जरूरी है. देश भर में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. आज़ादी का अमृत महोत्सव का अर्थ है, आज़ादी के उपरांत उपलब्धियों के अमृत का आनन्द, आगामी योजनाओं के संकल्प को पूर्ण करने के जोश व जज्बे का अमृत, आज़ादी की ऊर्जा का अमृत, स्वतंत्रता सेनानियों की प्रेरणा का अमृत, नए विचारों का अमृत, नए संकल्पों एवं परिकल्पनाओं का अमृत, आत्मनिर्भरता का अमृत.
लोगों के बेहतर स्वास्थ्य के प्रति प्रतिबद्धता होनी चाहिए. कहा गया है कि- स्वास्थ्य ही धन है और स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है. कहा जाए तो बेहतर स्वास्थ्य ही सभी व्यक्तियों के लिए सच्चे सुख का आधार है. ऐसे में, जनजातीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जनजातीय बहुल इस क्षेत्र में “स्वास्थ्य मेला” का आयोजन एक सराहनीय प्रयास है.
जनजातीय समाज का रहन-सहन प्रकृति के साथ होता है, लेकिन बदलते परिवेश व वातावरण एवं भोजन में मिलावटों के कारण कई स्वास्थ्य संबंधी विकार आ गये हैं. इनके निवास क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य संरचना व आधुनिक चिकित्सा संसाधनों को और बेहतर बनाने की जरूरत है. इस स्वास्थ्य मेला में चिकित्सकों द्वारा लोगों के स्वास्थ्य का बेहतर रूप से परीक्षण व जाँच किया जायेगा एवं उसके बाद उचित परामर्श दिया जायेगा. 350 से अधिक चिकित्सकों का भाग लेना तथा स्वास्थ्य जगत के लिए एक व्यापक पहल है.
राज्यपाल ने कहा कि जनजातीय समुदाय में सिकल सेल एनिमिया एक अनुवांशिक रोग है. इसकी भी जांच कर आकलन किया जाना चाहिए. साथ ही, नेत्र विशेषज्ञों द्वारा आंखो की जांच की जायेगी एवं दृष्टि प्रभावित लोगों के बीच चश्मा का वितरण करना एक बहुत सराहनीय प्रयास है. उन्होंने कहा कि मैं जनजातीय लोगों से कहना चाहूँगा कि वे हानिकारक व्यसनों के सेवन से परहेज करें एवं भगवान बिरसा के जीवन से प्रेरित होकर एक स्वस्थ्य समाज के निर्माण मे अपना सहयोग करें.
मेगा स्वास्थ्य कैम्प में उपस्थित जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने जनसमूह की संबोधित करते हुए कहा कि शिविर में।25 हजार चश्मा का वित्तरन किया जा रहा है, 3 हजार दिव्यांगों को उपकरण बांटा जा रहा है. भगवान बिरसा मुंडा की धरती पर सबका अभिनंदन करते हुए सभी स्वास्थ्यकर्मियों, पारामेडिकल कर्मी, रक्तदाताओं के लिए जोरदार तालियां बजवायी. उन्होंने कहा कि ये ताली इसलिए बजाये जा रहे हैं कि चिकित्सकों, चिकित्साकर्मियों और पारा मेडिकल कर्मियों की बदौलत यह कार्यक्रम सम्पन्न हो रहा है.
जनजातीय कार्य मंत्रालय जनजातीय भाइयों बहनों के जीवन स्तर में सुधार के निमित कार्य करती है इसलिए जनजातीय मंत्रालय ने आजादी के 75 वें वर्षगांठ के अवसर पर इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसके लिए हमारे पूर्वजों ने बलिदान दिया उसको ध्यान में रखते हुए सबके स्वास्थ्य की चिंता की जा रही है.