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रांचीः मांडर विधानसभा उपचुनाव 23 जून को शांतिपूर्ण संपन्न हुआ. चुनाव के होने के बाद अब सबकी निगाहें 26 जून को होने वाली मतगणना पर टिकी रह गई हैं. आपको बता दें, मांडर विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी गंगोत्री कुजूर, कांग्रेस से पूर्व विधायक बंधु तिर्की की बड़ी बेटी नेहा शिल्पी तिर्की, AIMIM से देवकुमार धान समेत 14 उम्मीदवारों ने अपने भाग्य की दौड़ लगाई है हालांकि इन सभी के भविष्य का परिणाम फिलहाल ईवीएम में कैद है 26 जून को पंडरा स्थित मतगणना स्थल पर काउंटिंग के बाद ही कुछ कहा जा सकता है कि मांडर विधानसभा क्षेत्र किनके हाथों जाएगा. बता दें, प्रशासन द्वारा कड़ी सुरक्षा के बीच 23 जून को करीब 60.05 फीसदी वोटिंग हुई है.
26 जून को आएगा 14 प्रत्याशियों की किस्मत का परिणाम
मांडर विधानसभा चुनाव के दौरान मतदानकर्ताओं में दिव्यांग-बुजुर्गों, युवाओं समेत महिलाएं और पुरुषों ने काफी उत्साह दिखाया था और प्रत्येक मतदान केंद्रों में जाकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया. जानकारी के लिए आपको बता दें, मांडर विधानसभा क्षेत्र के कुल 3,49,218 मतदाताओं में से 1,76,526 पुरुष, 1,72,686 महिला इसके अलावे 6 थर्ड जेंडर मतदाता हैं. 23 जून को हुए विधानसभा चुनाव में शाम के 4 बजे तक चली, जिसमें करीब 60.05 फीसदी मतदान हुआ था. अब चुनाव के बाद मांडर विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस की शिल्पी नेहा तिर्की, बीजेपी की गंगोत्री कुजूर, AIMIM से देवकुमार धान समेत 14 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम मशीन में बंद है. जिनके किस्मत का आखिरी फैसला 26 जून को होगा. मांडर विधानसभा उपचुनाव को लेकर विधानसभा क्षेत्र में कुल 433 मतदान केंद्र बनाये गये थे. इनमें 35 मॉडल मतदान केंद्र इसके अतिरिक्त 38 ऐसे मतदान केंद्र चिन्हित किए गए थे, जहां पर्दानशीं महिलाओं की संख्या अधिक थी. इन केंद्रों पर एक महिला मतदान पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई थी. वहीं, इस उपचुनाव में दिव्यांग मतदाताओं के लिए 484 वॉलेंटियर, 65 व्हीलचेयर और 25 वाहनों का इंतजाम किया गया था. इस उपचुनाव में 3,035 दिव्यांग मतदाता, 80 वर्ष से अधिक उम्र के 2,845 मतदाता ने मतदान केंद्र जाकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया और 747 ने डाकपत्र के माध्यम से वोटिंग किया था.