न्यूज 11 भारत
रांचीः रांची के डूमरदगा स्थित रिमांड होम में बंद बाल बंदियों की शिकायत और सुझाव रांची जिला प्रशासन के वरीय अधिकारियों तक पहुंचेगी. इन शिकायतों और सुझाव पर हर महीने जिला बाल संरक्षण इकाई के द्वारा चर्चा कर रहे अधिकारियों को सूचित किया जाएगा, इसके बाद नियम अनुसार उस पर अमल होगा.
दरअसल जिला बाल संरक्षण इकाई और यह संस्था के संयुक्त प्रयास से सोमवार को रिमांड होम में चिल्ड्रन सजेशन बॉक्स लगाया गया है. झारखंड किशोर न्याय नियम 2017 के तहत बालमित्र संप्रेक्षण गृह बनाने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए चिल्ड्रन एंड सजेशन बॉक्स और पदाधिकारियों के फोन नंबर वाले बोर्ड लगाए गए हैं. डालसा सचिव और जिला समाज कल्याण पदाधिकारी की अनुमति से सजेशन बॉक्स और फोन नंबर का बोर्ड लगाया गया है. हर महीने गृह प्रबंधन समिति की बैठक में जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी के द्वारा खोलकर संबंधित सुझाव का निराकरण जिला प्रशासन के सहयोग से किया जाएगा.
कॉल कर भी पदाधिकारियों को सुझाव दे सकेंगे बाल बंदी
संप्रेक्षण गृह में रह रहे बाल बंदी अपनी शिकायत या सुझाव सजेशन पेटी में डालने के अलावा कॉल करके भी बता सकते हैं. इसके लिए सीडीपीओ और अन्य संबंधित पदाधिकारी कर्मचारी का नंबर बोर्ड में अंकित किया गया है. मालूम हो कि संप्रेक्षण गृह में रहने वाले बाल बंदियों को फोन करने की सुविधा भी प्रबंधन के द्वारा उपलब्ध कराया जाता है. जानकारी के अनुसार वर्तमान में 119 बाल बंदी यहां रखे गए हैं। रविवार छोड़कर हर दिन 20-20 लोगों कि फोन पर बात कराई जाती है. ऐसे में अगर कोई बाल बंदी किसी प्रकार का सुझाव देना चाहे तो वह फोन से भी दे सकेंगे.