Omicron Variant in India: भारत में एक बार फिर कोरोना की तीसरी लहर की आहट शुरू हो गई है. चीनी वायरस कोविड-19 की पहली और दूसरी लहर ने जहां पूरी दुनिया में तबाही मचा रखा था, वहीं द.अफ्रीका से कोरोना वायरस का एक और शक्तिशाली रूप पूरे देश में अपना पैर पसारना शुरू कर दिया है. जिससे सभी देशों के सराकर काफी चिंतत है. भारत में भी इससे संक्रमितों की पुष्टी हुई है. दुनिया के 38 देशों में फैल चुका कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट अब भारत में भी तेजी से पैर पसारने लगा है. आपको ये जानकर काफी हैरानी होगी की कोरोना का 30वां रूप ओमिक्रॉन वैरिएंट सामने आया है जो अन्य वैरिएंट से ज्यादा खतरनाक है. ये कितनी तेजी से फैल रहा है. इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि महज 4 दिन में ही भारत में इससे संक्रमित मरीजों की संख्या 21 पहुंच गई है. 2 दिसंबर को देश में ओमिक्रॉन का पहला केस आया था और 6 दिसंबर तक इस वैरिएंट के 21 मरीज मिल चुके हैं.
बात करें भारत में ओमिक्रॉन की तो इस समय सभी राज्यों के सरकार को सचेत रहने ही अतिआवश्यक है. महाराष्ट्र में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के सात नए मामले सामने आए हैं. वहीं राजस्थान में 9 और केस रिपोर्ट हुए हैं. इसके साथ ही देश में अब ओमिक्रॉन के कुल 21 केस सामने आ चुके हैं. राजस्थान में एक ही परिवार के 9 व्यक्ति कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित पाए गए हैं. ये परिवार हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से लौटा था. वहीं महाराष्ट्र (Maharashtra) में 24 नवंबर 2021 को नाइजीरिया के लागोस से 44 वर्षीय महिला पिंपरी-चिंचवाड़ नगरपालिका क्षेत्र में अपने भाई से मिलने आई थी. महिला के साथ उनकी दो बेटियों, भाई कुल 6 लोगों का सैंपल पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था. रविवार शाम आई रिपोर्ट में सभी में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई है.
रविवार को एक दिन में ओमिक्रॉन के 17 नए मरीज मिले. राजस्थान के जयपुर में 9, महाराष्ट्र में 7 और राजधानी दिल्ली में 1 मरीज ओमिक्रॉन से संक्रमित मिला. अब तक ओमिक्रॉन वैरिएंट राजधानी दिल्ली समेत 5 राज्यों में फैल चुका है. सबसे ज्यादा 9 मरीज राजस्थान में, 8 मरीज महाराष्ट्र में, 2 कर्नाटक में, दिल्ली और गुजरात में 1-1 मरीज सामने आ चुके हैं.
अभी तक जितने भी मरीज मिल चुके हैं, वो या तो हाल ही में दक्षिण अफ्रीका की यात्रा कर लौटे थे या फिर हाई रिस्क देशों से यात्रा कर लौटे लोगों के संपर्क में आए थे. अभी ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीजों की संख्या और तेजी से बढ़ सकती है क्योंकि कई संदिग्धों की रिपोर्ट आनी बाकी है. उनके सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं. साथ ही संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग भी की जा रही है.