झारखंडPosted at: सितम्बर 07, 2022 एसआरआरडीए के मुख्य अभियंता जय प्रकाश सिंह पर टेंडर में अनियमितता बरतने का गंभीर आरोप
हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और मुख्य सचिव को अधिवक्ता राम सुभग सिंह ने दिया रिप्रेजेंटेशन
न्यूज11, भारत
रांची: झारखंड राज्य ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण (जे एसआरआरडीए ) के मुख्य अभियंता जय प्रकाश सिंह पर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के टेंडर में अनियमितता बरतने का गंभीर आरोप लगा है . हाई कोर्ट के अधिवक्ता राम सुभग सिंह ने गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्य सचिव को भेजा रिप्रेजेंटेशन. उन्होने रिप्रेजेंटेशन में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के टेंडर में अनियमितता बरतने का आरोप लगाया है . , गिरिडीह के गांवा ब्लॉक के अंर्तगत पिहारा से तारापुर होते हुए निमाडीह में बनाए जा रहे सड़क के टेंडर में अनियमितता बरतने के सबूत पेश किये गये हैँ. अधिवक्ता ने अपने पत्र में कहा मुख्य अभियंता जयप्रकाश सिंह ने अनियमितता बरते हुए फर्जी कार्य अनुभव पत्र को दरकिनार करते हुए चहेते विनोद कुमार सिंह को टेंडर आवंटित किया है .
झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता राम सुभाग सिंह ने मुख्य न्यायाधीश को रिप्रेजेंटेशन पत्र देते हुए कहा है कि गिरिडीह के गांवा ब्लॉक के अंतर्गत पिहारा से निमाडीह तक बनाए जा रहे हैं 16 किलोमीटर 200 मीटर की सड़क को लेकर हुए टेंडर में भारी अनियमितता बरती गई है, मुख्य अभियंता ने अपने चहेते को फर्जी अनुभव पत्र के आधार पर टिंडर निर्गत कर दिया गया है यह सड़क प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत बनाया जा रहा है, जिसमे ठेकेदार विनोद कुमार ने अपना अनुभव पत्र सेंट्रल कोल्डफील्ड का दिया है जो फर्जी है वहीं उन्होंने कहा कि वह एक पेटी कांट्रेक्टर हैं और इस कार्य हेतु व योग्य नहीं, अधिवक्ता ने अपने पत्र में कहा कि स्टैंडर्ड को लेकर कई ठेकेदारों ने टेंडर भरा था लेकिन इसमें 2 को ही क्वालीफाइंग बताया गया और एक को काम दिया दिया गया वही जिसको एक काम के लिए डिसक्वालीफाई किया गया उसको भी दूसरे काम में क्वालीफाइंग बता दिया गया ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि जिन ठेकेदारों को एक योजना में डिसक्वालीफाई किया यानी उन्हें आयोग का कर हटा दिया फिर उन्हें दूसरी योजनाओं में कैसे क्वालीफाई कर दिया गया इस पर सवाल खड़ा करते हुए पूरे मामले की जांच कराने की मांग की गई है.