Sunday, May 19 2024 | Time 09:03 Hrs(IST)
 logo img
  • Swati Maliwal Assault Case: आरोपी विभव कुमार पर मोबाइल फॉर्मेट करने का आरोप, कोर्ट ने 5 दिनों के न्यायिक हिरासत में भेजा
  • मानव तस्करों के झांसे में पति की चली गई जान, न्याय की आस में दर-दर भटक रही दलित महिला
  • मानव तस्करों के झांसे में पति की चली गई जान, न्याय की आस में दर-दर भटक रही दलित महिला
  • मानव तस्करों के झांसे में पति की चली गई जान, न्याय की आस में दर-दर भटक रही दलित महिला
  • लोकसभा चुनाव 2024: पांचवें चरण के लिए 20 मई को 49 लोकसभा सीटों पर होगा मतदान
  • लोकसभा चुनाव 2024: पांचवें चरण के लिए 20 मई को 49 लोकसभा सीटों पर होगा मतदान
  • अलग-अलग सड़क हादसे में तीन लोग घायल, दो की हालत गंभीर
  • झारखंड में इस दिन से फिर होगी बारिश ! गर्मी से मिलेगी राहत
NEWS11 स्पेशल


किसान दिवसः चीर के जमीन को, मैं उम्मीद बोता हूं, मैं किसान हूं, चैन से कहां सोता हूं

किसान दिवसः चीर के जमीन को, मैं उम्मीद बोता हूं, मैं किसान हूं, चैन से कहां सोता हूं
रिपोर्ट आशीष शास्त्री

सिमड़ेगा: हमारे भारत देश एक कृषि प्रधान देश हैं. किसान दिन रात खेतों में पसीने बहाते हैं तब हमारे थाली में भोजन नसीब होता है. इन्हीं किसानों के सम्मान में प्रत्येक वर्ष 23 दिसंबर को किसान दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिन देश अथक मेहनत करने वाले अन्नदाताओं के प्रति आभार व्यक्त किया जाता है और भारत की अर्थव्यवस्था में उनके योगदान को सम्मान दिया जाता है. 

 

नंगे पैर बारिश में जब एक किसान खेतों में जाता है, तभी महकता हुआ बासमती आपके घर आता है. किसान दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में कृषि वैज्ञानिकों के योगदान, किसानों की समस्याएं, कृषि क्षेत्र में नए प्रयोग, नई तकनीक, फसल पद्धति और खेती में बदलाव जैसे कई मुद्दों पर सार्थक चर्चा होती है. भारत को कृषि प्रधान देश कहा जाता है और यहां कि आधी से अधिक जनसंख्या आज भी खेती या इससे जुड़े कामों पर निर्भर है.  

 


 

23 दिसंबर को ही देश के पांचवें प्रधानमंत्री और दिग्गज किसान नेता चौधरी चरण सिंह की जयंती है. उन्होंने अन्नदाताओं के हित में और खेती के लिए कई अहम काम किए हैं. इन्हीं की जयंति को किसान दिवस के रूप में मनाया जाता है. चौधरी चरण सिंह कहा करते थे कि किसानों की दशा बदलेगी, तभी देश बढ़ेगा और इस दिशा में वे लगातार काम करते रहे. कुछ ही महीनों के लिए देश के प्रधानमंत्री रहे चौधरी चरण सिंह ने किसानों और कृषि क्षेत्र के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. उन्हें देश के सबसे प्रसिद्ध किसान नेताओं में से एक के रूप में जाना जाता है. कृषि क्षेत्र और किसानों के हित में किए गए उनके कार्यों के लिए ही भारत सरकार ने 2001 में 23 दिसंबर को किसान दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया था. तभी से हर साल इस दिन हमारी थाली में भोजन उपलब्ध कराने वाले कृषकों के प्रति हम कृतज्ञता अर्पित करते हैं.
अधिक खबरें
गर्मी के दिनों पेट को ठंडा रखता है यह 'झारखंडी साग', मिलते हैं कई विटामिन और मिनरल्स
मई 16, 2024 | 16 May 2024 | 11:44 AM

झारखंड प्रकृति की गोद में बैठा एक ऐसा राज्य है अगर आप इस प्रदेश के जगलों का सैर करेंगे तो आपको यहां एक से एक बढ़कर कई प्रकार के बहुमुल्य औषधीय भंडार मिलेंगे. जिसे आदिवासी समाज के लोग अपने आहार में नियमित रुप से शामिल करते है. इनके आहार में शामिल कई साग जटिल बीमारियों को भी रोकने में अपना क्षमता रखता है.

रांची के राजेश करेंगे जापान में एशियाई देशों के बीच भारत का प्रतिनिधित्व
मई 13, 2024 | 13 May 2024 | 9:35 AM

कभी अपनी शिक्षा का खर्च उठाने के लिए रांची की गलियों और चौराहों में करीब 12 वर्षों तक अखबार बेचने वाले राजेश जापान में 10 ऐशियाई देशों के बीच करीब दो महीने तक भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे. झारखंड की राजधानी रांची के रहने वाले राजेश का चयन इएट्स फोरम (IATSS : International Association of Traffic and Safety sciences) फेलोशीप के लिए हुआ है.

रांची में News11 Bharat के कैमरे में कैद हुईं बालू के काले खेल से पैसा लेते इटकी थाना प्रभारी की Exclusive तस्वीरें
मई 11, 2024 | 11 May 2024 | 4:52 PM

राजधानी रांची के इटकी में बालू का काला खेल धड़ल्ले से खुलेआम चल रहा है, जिसका वीडियो न्यूज11 भारत के कैमरे में कैद हो गई है. दरअसल रांची के ग्रामीण इलाकों में बड़े-बड़े हाइवा से बालू का अवैध कारोबार चल रहा है.

ED की रेड के बाद छोटू उर्फ गजनफर इमाम और मुमताज अहमद के नाम सुर्खियों में..
मई 07, 2024 | 07 May 2024 | 2:19 AM

झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल और उनके घरेलू सहायक जहांगीर के घर पर छापेमारी खत्म होने के बाद संजीव लाल को ईडी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. संजीव लाल और जहांगीर की गिरफ्तारी के बाद और दो नाम सुर्खियों में है.

लोहरदगा सीट पर इस बार होगा त्रिकोणीय मुकाबला, जनता के तराजू में किसका पलड़ा होगा भारी ?
मई 02, 2024 | 02 May 2024 | 8:26 AM

लोहरदगा लोकसभा के इस चुनावी दंगल में एनडीए से बीजेपी ने समीर उरांव और इंडिया गठबंधन की तरफ से कांग्रेस ने सुखदेव भगत को अपना प्रत्याशी के रुप में उतारा है. जबकि इस सीट से जेएमएम पार्टी के बागी नेता और बिशुनपुर विधायक चमरा लिंडा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है. यानी लोहरदगा लोकसभा सीट में इन तीनों प्रत्याशियों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी.