कौशल आनंद, न्यूज 11 भारत
रांचीः रांची में प्री-पेड स्मार्ट मीटर लगाने जाने की प्रकिया शुरू हो गयी है. इस कार्य के लिए चयनित एजेंसी जीनस को लेटर ऑफ इंटरेस्ट दे दिया गया है. एजेंसी ने रांची में अपना सर्वे कार्य शुरू कर दिया है. सर्वे कार्य करीब एक महीने में पूरा करना है. इसके बाद स्मार्ट मीटर बदलने का का शुरू कर दिया जाएगा. सर्वे में नेटवर्क कनेक्टिंग को नोटिंग किया जाएगा. यह देखा जाएगा कि किस क्षेत्र में नेटवर्क की क्या स्थिति है. इसके बाद उपभोक्ताओं का डिटेल लेकर एक महीने बाद स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू कर दिया जाएगा.
उपभोक्ताओं को नहीं देना होगा
कोई शुल्क प्रथम चरण में रांची शहर के साढ़े तीन लाख बिजली उपभोक्ताओं को मीटर लगाया जाएगा. इसके बाद धनबाद एवं जमशेदपुर में इसे शुरू किया जाएगा. कुल 15 लाख शहरी को स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा. यह केवल शहरी उपभोक्ताओं के लिए ही योजना है. उपभोक्ताओं के चालू हालत के मीटर को खोल कर जेबीवीएनएल उसे अपने पास रख लेगा. इस मीटर को टेस्टिंग करके ग्रामीण क्षेत्रों में अनमिर्टड उपभोक्ता को मीटर लगाने में इसे इस्तेमाल किया जाएगा. उपभोक्ताओं को लगने वाले मीटर पूर्ण रूप से नि:शुल्क रहेगा. इसके लिए उपभोक्ताओं को कोई शुल्क नहीं देना होगा.
प्री-पेड स्मार्ट मीटर लगने से री-चार्ज करके जलाया जाएगा बिजली
स्मार्ट लग जाने के बाद उपभोक्ता प्री-पेड की सुविधा से जुड़ जाएंगे। यानि मोबाइल फोन री-चार्ज करने की तर्ज पर अपना बिजली इस्तेमाल कर पाएंगे.यानि की अपनी सुविधा एवं क्षमता के अनुसार बिजली जला सा सकेंगें.
स्मार्ट मीटर लगने कई फायदे होंगे
- इसके लगने के बाद बिजली उपभोक्ता सीधे तौर सेंट्रल कंट्रोलिंग सिस्टम के तहत जुड़ जाएंगे। यानि कि किसी भी कीमत पर कोई भी उपभोक्ता मीटर की छेड़छाड़ या मीटर बाइपास करके बिजली चोरी नहीं कर पाएगा.
- अधिक दिनों तक या अधिक बकाया बिजली उपभोक्ता नहीं रख पाएंगे. सेंट्रल कंट्रोलिंग सिस्टम के तहत तहत सारे उपभोक्ताओं के बिजली खपत एवं बकाए पर पैनी नजर रखी जाएगी. अधिक बकाया होने पर तुरंत बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा.
- सारा सिस्टम सरवर, नेट सिस्टम के तहत संचालित होगा. अगर किसी उपभोक्ता के घर बिजली कट होती या लो वोल्टेज की समस्या होती तो उसे किसी को फोन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. स्मार्ट मीटर खुद ही इस समस्या को बिजली निगम कंट्रोलिंग सिस्टम तक पहुंचा देगा.
- बिजली कट होते ही स्मार्ट मीटर कंट्रोम रूम को सिग्नल भेज देगा। इसके बाद निगम की टीम इसे दुरूस्त करने में जुट जाएगा.
- बिजली उपभोक्ता अपने प्रतिदिन बिजली खपत पर नजर रख सकेंगे. इसके बाद उपभोक्ता अपना मासिक बिल और बिजली खपत की प्लानिंग कर सकते हैं.
- सारी व्यवस्था ऑनलाइन रहेगी. इससे व्यवस्था पारदर्शी रहेगी. आम उपभोक्ता अपनी सारी जानकारी ऑनलाइन देख सकते हैं.