न्यूज़11 भारत
रांची: आज लोकसभा में नियम 377 के तहत रांची के सांसद संजय सेठ ने झारखंड से हो रहे मानव तस्करी का मामला उठाते हुए, इसे राष्ट्रीय अपराध घोषित करने की मांग की. सदन में सांसद ने कहा कि झारखण्ड देश का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है, जहां से हर साल सबसे अधिक मानव तस्करी के शिकार बच्चे और बच्चियां हो रहे हैं. पहले जहां सबसे अधिक दिल्ली, हरियाणा में झारखंड की बच्चियां बेची जाती थी, वहीं अब उन्हें मजदूरी के लिए दक्षिण भारत के राज्यों में ले जाया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि मानव तस्कर इसके लिए प्लेसमेंट एजेंसी का सहारा लेते है. बच्चों को नौकरी दिलाने के नाम पर बरगला कर झारखण्ड से दिल्ली लाया जाता है. संजय सेठ ने सदन में आग्रह किया कि केंद्र सरकार ऐसी प्लेसमेंट एजेंसी की वैधता की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराए. इसके साथ ही दिल्ली स्थित झारखंड भवन में भी एक एएचटीयू खोलने का आग्रह भी सांसद ने किया, जहां जीरो एफआईआर दर्ज हो सके. इसके साथ ही यहां पुलिस बल की तैनाती की मांग भी सांसद ने की क्योंकि झारखंड के बच्चों को सबसे अधिक दिल्ली में ही बेचा जा रहा है.
सदन के माध्यम से सांसद सेठ ने सरकार से आग्रह किया कि इस मामले में राष्ट्रीय स्तर की एक स्वतंत्र कमिटी बनाई जाए और इसकी विस्तृत जांच हो. मानव तस्करी को राष्ट्रीय अपराध घोषित कर कड़ी कार्रवाई के प्रावधान किए जाएं.