न्यूज11 भारत
रांचीः साहेबगंज के जिला खनन पदाधिकारी (डीएमओ) विभूति कुमार ने कहा है कि वे प्रवर्तन निदेशालय को सहयोग करने के लिए तैयार हैं. ईडी की तरफ से निलंबित आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल और साहेबगंज डीएमओ को आमने-सामने बैठा कर पूछताछ किया जाना है. इसको लेकर उन्हें 16 मई को ईडी ने पहला समन भेजा था. डीएमओ विभूति कुमार ने घर में वैवाहिक कार्यक्रम को लेकर 20 मई तक ईडी दफ्तर नहीं आने की अरजी दी थी. अब उनका कहना है कि साहेबगंज में उन्होंने कार्यालय ज्वाइन कर लिया है. अब जब भी ईडी उन्हें बुलायेगा. वह आकर पूछताछ में सहयोग करेंगे. न्यूज 11 भारत ने रविवार को साहेबगंज डीएमओ से फोन पर बातचीत की. उनसे कई सवाल भी पूछे और यह जानना चाहा कि क्या आपने फिर से 15 दिन का समय मांगा है. इस पर विभूति कुमार ने कहा कि उन्हें दूसरा समन अब तक नहीं मिला है और न ही उन्होंने ईडी से पूछताछ के लिए कोई समय मांगा है. ईडी जिस दिन बुलायेगा, वह रांची आकर अपना पक्ष रखेंगे. जांच में सक्रियता से हिस्सा लेंगे. उनसे यह पूछा गया कि साहेबगंज में मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा की धमक आप पर भी है क्या, उन्होंने इस पर कुछ कहने से इनकार किया. उन्होंने कहा जहां तक अवैध पत्थर खनन का मामला है. साहेबगंज में 408 स्टोन माइंस को पुनरीक्षित करने का आग्रह दो बार राज्य सरकार से किया गया है. 31 मार्च 2022 को 18 स्टोन माइंस साहेबगंज जिले में रद्द हो गये, क्योंकि समय पर उनका ऑक्शन नहीं हो सका. फिलहाल 125 रनिंग माइंस हैं, जिसके जरिये नियमित रूप से खनन राजस्व की प्राप्ति हो रही है.
मुख्यमंत्री की बैठक के बाद जिला स्तरीय टास्कफोर्स की बैठक भी हुई है
डीएमओ विभूति कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा अवैध खनन रोकने से संबंधित बैठक के बाद शनिवार को साहेबगंज में भी जिले के उपायुक्त और एसपी की अध्यक्षता में गठित जिला टास्क फोर्स की बैठक हुई. इस बैठक में अवैध माइनिंग और ट्रांसपोर्टेशन पर रोक लगाने और ऐहतियाती कदम उठाने का निर्णय लिया गया. उन्होंने कहा कि साहेबगंज में कई बार अवैध कारोबारियों पर कार्रवाई की जा चुकी है. यह पूछे जाने पर की दीवान एंड कंपनी के साथ आपका क्या संबंध है. उन्होंने कहा कि मेरा इनसे कोई ताल्लुकात नहीं है.
एनजीटी के आदेशों का अनुपालन कर रहा है प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड
नेशनल ग्रीन ट्रीब्यूनल के आदेशों के अनुपालन पर डीएमओ ने कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से पर्यावरण प्रदूषण को लेकर स्टोन माइंस का निरंतर दौरा किया जा रहा है. दो सप्ताह पहले भी एससीएसबी, सीएससीबी की संयुक्त टीम ने साहेबगंज के खदान, क्रशर यूनिट, प्रोसेसिंग यूनिट और अन्य से हो रहे प्रदूषण का जायजा लिया है. इससे संबंधित रिपोर्ट अब एनजीटी को भी भेजी जायेगी. राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद की तरफ से 30 से अधिक खदानों और कई क्रशर यूनिट में पीएम10 मशीनें लगायी गयी हैं. एक-एक क्रशर में 20-25 पीएम-10 मशीनें लगायी गयीं. पर्यावरण प्रदूषण पर जिला खनन कार्यालय की तरफ से ज्यादा दखल अंदाजी नहीं की जाती है. पर साहेबगंज से लेकर दुमका तक स्टोन क्रशरों से हो रहे प्रदूषण पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अपनी कार्रवाई कर रहा है.