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रांची : प्रवर्तन निदेशालय, ईडी के रांची स्थित कार्यालय में साहेबगंज के डीएमओ विभूतति कुमार से पूछताछ करेगी. उन्हें पूछताछ के लिए ईडी ने समन जारी किया था. डीएमओ विभूति कुमार ने उपायुक्त साहिबगंज के माध्यम से ईडी कार्यालय को सूचना दी है कि उनकी बेटी की शादी 17 मई को है, जिसकी तैयारी में वह व्यस्त हैं. इस कारण वह 20 मई तक अवकाश पर हैं. मगर ईडी ने उन्हें 20 मई को कार्यालय आने के लिए कहा. बताया जा रहा है कि आज ही निलंबित आईएएस पूजा सिंघल और उनके सीए सुमन कुमार की रिमांड अवधि समाप्त हो रही है. ईडी उससे पहले साहेबगंज डीएमओ से पूछताछ करेगी. ईडी अफसरों को आमने-सामने भी पूछताछ कर सकती है. विभूति कुमार से कई महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की संभावना जताई जा रही है. क्योंकि अबतक के पूछताछ में दुमका के जिला खनन पदाधिकारी कृष्ण चंद्र किस्कू और पाकुड़ के जिला खनन पदाधिकारी प्रदीप कुमार शाह से लगातार पूछताछ कर रही है. जिसमें कई अहम जानकारी मिली. जिसके आधार पर पता चला है कि साहेबगंज डीएमओ अवैध माइनिंग सिंडिकेट के अहम किरदार है. इनकी देखरेख में साहेबगंज से स्टोन चिप्स का अवैध करोबार होते आ रहा है. विभूति कुमार की जानकारियां कईयों की परेशानी बढ़ा सकती है.
डीएमओ से पूछताछ में ईडी को मिल चुकी है कई अहम जानकारियां
प्रवर्तन निदेशालय ने पूछताछ के लिए दुमका, पाकुड़, पलामू और साहेबगंज के डीएमओ को रांची जोनल कार्यालय बुलाया था. ईडी के रांची स्थित कार्यालय में दुमका, पाकुड़ और पलामू के डीएमओ पहुंचे. जिनसे पूछताछ चल रही है. तीनों पदाधिकारी ईडी के कार्यालय में रोजाना हाजरी बजा रहे है. इनमें दुमका के जिला खनन पदाधिकारी कृष्ण चंद्र किस्कू और पाकुड़ के जिला खनन पदाधिकारी प्रदीप कुमार शाह तथा पलामू के जिला खनन पदाधिकारी आनंद कुमार शामिल हैं. निलंबित आईएएस पूजा सिंघल मामले में ईडी की जांच अब तीसरे चरण मे पहुंच गई है. मनरेगा से शुरू हुई जांच की आंच पल्स अस्पताल और उसके बाद खनन तक पहुंच गई है. वहीं उम्मीद की जा रही है की जल्द ही जांच अपने चौथे चरण में पहुंचेगी. दरअसल रवि केजरीवाल की वजह से सियासी गलियारे में भी सरगर्मी तेज हो चली है. बताया जाता है कि साहिबगंज जिला माइनिंग का गढ़ है और सबसे ज्यादा पैसे साहेबगंज जिले से ही रांची पहुंचते ही है. यहीं डीएमओ के घर पर महफिल सजती है.
ईडी को अबतक की पूछताछ में कुछ ऐसी जानकारियां मिली है जिसमे ये बातें सामने आई है कि डीएमओ पैसे की उगाही कर मुख्यलाय तक पहुंचाते थे. ये पैसे निलंबित आईएएस पूजा सिंघल तक सुमन के मार्फत तक पहुंची है. वहीं यह भी जानकारी है कि मनमुताबिक जिलों में माइनिंग पदाधिकारियों के पद पर ट्रांसफर को लेकर भी पैसे का खेल चलता है और उम्मीद है कि इन्हीं सवालों के जवाब ईडी की टीम इनसे पुकहताछ कर जानकारी लेने का प्रयास 20 मई को करेगी.
सरायकेला-खरसांवा डीएमओ भी ईडी के रडार पर, कम उम्र में जुटाई अकूत संपत्ति
ईडी की पूछताछ का दायरा जैसे-जैसे बढ़ रहा है, इस दायरे में प्रदेशभर के ज्यादातर डीएमओ एजेंसी की रडार पर आ चुके है. अवैध माइनिंग के सबसे बड़े सूत्रधार के रूप में चिन्हित हो रहे है जिलों में पोस्टेड जिला खनन पदाधिकारी. ईडी पूछताछ के लिए डीएमओ को बुला रही है. ईडी द्वारा अबतक जिन्हें समन किया गया है, उनमें साहिबगंज के जिला खनन पदाधिकारी विभूति कुमार, दुमका के जिला खनन पदाधिकारी कृष्णचंद्र किस्कू, पलामू के जिला खनन पदाधिकारी आनंद कुमार और पाकुड़ के जिला खनन पदाधिकारी प्रदीप कुमार शाह शामिल हैं. ईडी की पूछताछ में पता चला है कि सभी जिलों के डीएमओ अवैध माइनिंग का पैसा रांची पहुंचाते थे. खान सचिव पूजा सिंघल सहित विभाग के आला अफसरों को अवैध उगाही की की जानकारी रहती थी. ईडी को अबतक की पूछताछ में कई डीएमाओ के खिलाफ साक्ष्य मिले है. सरायकेला-खरसावां डीएमओ के खिलाफ अवैध संपत्ति बनाने, अवैध माइनिंग और अवैध वसूली से संबंधित गंभीर साक्ष्य ईडी को मिले है. ईडी जल्द ही डीएमओ सरायकेला-खरसावां को पूछताछ के लिए रांची कार्यालय बुला सकती है.