न्यूज 11 भारत
रांची: साहेबगंज के उपायुक्त रामनिवास यादव दूसरी बार प्रवर्तन निदेशालय (इडी) कार्यालय में उपस्थित हुए हैं. 23 जनवरी को उन्हें इडी कार्यालय में अवैध खनन घोटाला, अवैध ट्रांसपोर्टेशन और साहेबगंज के गंगा घाट से फेरी के जरिये स्टोन चिप्स की अवैध ढुलाई को लेकर बुलाया गया था. 23 जनवरी को ही उपायुक्त राम निवास यादव को छह फरवरी को उपस्थित होने का निर्देश दिया गया था.
इडी कार्यालय में संयुक्त निदेशक स्तर के अधिकारियों के द्वारा झारखंड में हुए अवैध खनन घोटाले, ट्रांसपोर्टेशन के बाबत पूछताछ की जा रही है. इडी के अधिकारी यह जानना चाह रहे हैं कि डीसी रहते हुए रामनिवास यादव ने अवैध खनन, ट्रांसपोर्टेशन को रोकने के लिए कोई कार्रवाई क्यों नहीं की.
इसके अलावा इडी अवैध खनन घोटाला मामले के मुख्य आरोपी पंकज मिश्रा, डहू यादव के सत्ता के गलियारे तक की धमक की भी पूछताछ कर रही है. इतना ही नहीं गंगा नदी में फेरी के डुबने के मामले पर भी उपायुक्त की रिपोर्ट पर डीसी से जवाब मांगा गया है. 23 जनवरी को डीसी रामनिवास यादव ने कहा था कि उन्हें कुछ मालूम नहीं है, रिपोर्ट देख कर बताना होगा. इस पर इडी ने सारी तैयारियों के साथ कार्यालय में उपस्थित होने को कहा था.
बताते चलें कि अवैध खनन मामले में निलंबित आइएएस पूजा सिंघल, कारोबारी पंकज मिश्रा इडी की हिरासत में हैं, जबकि सात जिलों के जिला खनन पदाधिकारी पर प्राथमिकी दर्ज करने की इडी की अनुशंसा पर सरकार विचार कर रही है. विधि विभाग की तरफ से इसको लेकर सीएम हेमंत सोरेन से कार्रवाई करने की अनुशंसा की गयी है.