Saturday, May 18 2024 | Time 10:49 Hrs(IST)
 logo img
  • भूल कर भी घर के इस कोने में न रखें मनी प्लांट, हो सकता है बड़ा नुक्सान, क्या है वास्तु के अनुसार सही दिशा ?
  • श्रद्धालुओं से भरी बस में लगी भीषण आग, 9 लोगों की दर्दनाक मौत, कई घायल
  • प्यार की मिठास : हजारीबाग के ग्रामीण बाजारों में बिक रही है जंगली फल पियार, इम्यूनिटी बढ़ाने में कारगर, कीमत सिर्फ 10 रुपए
  • दिल्ली में चुनाव प्रचार के दौरान Kanhaiya Kumar पर शख्स ने किया हमला, खूब Viral हो रहा Video
  • दिल्ली में चुनाव प्रचार के दौरान Kanhaiya Kumar पर शख्स ने किया हमला, खूब Viral हो रहा Video
  • गांडेय विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी अर्जुन बैठा ने बाइक रैली कर झोकीं ताकत
  • हजारीबाग: वोट बहिष्कार को लेकर ग्रामीणों के साथ प्रशासन ने की बैठक
  • सीमा सुरक्षा बल, मेरू कैंप ने मिशन लाइफ के तहत साइक्लोथॉन का किया आयोजन
  • Swati Maliwal Case: CM हाउस के कमरे की मैपिंग करने पहुंची दिल्ली पुलिस, स्वाति को बुलाकर क्राइम सीन किया रीक्रिएट
  • Swati Maliwal Case: CM हाउस के कमरे की मैपिंग करने पहुंची दिल्ली पुलिस, स्वाति को बुलाकर क्राइम सीन किया रीक्रिएट
  • जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने किया डिस्पैच सेंटर का निरीक्षण
  • सिमडेगा में 11000 वोल्ट की तार के चपेट में आई बच्ची, हालत गंभीर
  • 25 दिनों के बाद घर लौटे 'तारक मेहता' के सोढ़ी, बोले धार्मिक यात्रा पर निकला था
  • झारखंड में आज से फिर बदलेगा मौसम, Heat Wave के बीच इस दिन से होगी 'बारिश', जानें मौसम का पूरा हाल
झारखंड


हजारीबाग में बालू के अवैध खनन से नदियां मैदान में तब्दील, जलस्तर पर असर

विश्रामपुर की 400 फीट चौड़ी नदी 10 वर्षों में बन गई नाला, कई नदियों का अस्तित्व खतरे में
हजारीबाग में बालू के अवैध खनन से नदियां मैदान में तब्दील, जलस्तर पर असर
प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत

हजारीबाग/डेस्क: जिले के बड़कागांव प्रखंड की नदियों की हालत 10 वर्षों में बद से बदतर हो गई है. बालू माफियाओं के कारण कई नदियों का अस्तित्व ही समाप्त होने के कगार पर है. यह हालत सिर्फ बड़कागांव ही नहीं इचाक, पदमा, टाटी झरिया आदि प्रखंडों की छोटी-छोटी नदियों का है, जो धीरे धीरे नाले में तब्दील होते जा रहे है. नदियां अब मैदान में तब्दील होती जा रही है. यहां की नदियां गर्मियों में भी नहीं सूखती थी, परंतु अब पानी के लिए लोग तरस रहे है. इसकी मुख्य वजह नदियों से अंधाधुंध बालू का उठाव होना देखा जा रहा है. प्रखंड के कई नदियां 300 से लेकर 400 फीट तक चौड़ी हुआ करती थी. परंतु अब कई नदियां अपना अस्तित्व खो दी है. 1

 

0 वर्षों में 400 फीट चौड़ी नदियां नाला का रूप ले ली है. जिसमें मुख्य रूप से 400 फीट चौड़ी विश्रामपुर, शिवाडीह, महूदी, सिरमा, गोंदलपुरा नदी की सबसे खराब हालत है. ये नदियां गर्मी में भी नहीं सूखती थी, परंतु अब सोती (नाला) बनकर रह गई है. नदियों से बालू उठाव के कारण जलस्तर पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ा है. नदी के किनारे बसने वाले गांव में अब कुंए भी सूख रहे है. चापानलों की स्थिति भी काफी जर्जर देखे जा रहे हैं, पानी नहीं निकल रहे है. फल स्वरुप कृषि पर भी इसका असर देखा जा रहा है. जहां पहले गर्मियों में नदी किनारे खेत हरे भरे खेत देखे जाते थे, परंतु आज वहां टांड़ देखे जा रहे है. 10 वर्ष पूर्व गर्मियों में 40 फीट खुदाई में पानी निकल जाया करता था, परंतु आज वहां ढाई सौ 300 फीट में भी पानी नहीं निकल पा रहा है. जिसके कारण ग्रामीणों को अब डीप बोरिंग का सहारा लेना पड़ रहा है, परंतु डीप बोरिंग की पानी स्वास्थ्य पर भी असर डाल रहा है. शुद्ध पानी नहीं होने कारण लोग कई बीमारियों से गुजर रहे है.

 


 

अब हमें नदियों को बचाने की जरूरत है, वो भी दिन दूर नहीं जब, आने वाला पीढ़ी को एक मुट्ठी बालू के लिए भी दर-दर भटकना पड़ेगा. नदियों को बचाने के लिए बड़े-बड़े बांध की आवश्यकता है. नदियों को बचाने के लिए सरकार की कई योजनाएं चल रही हैं फिर भी नदियों को बच नहीं जा पा रही है. इसे लेकर सरकार को अति गंभीरता से विशेष कार्य करने की जरूरत है. जैसे नदियों में बड़े-बड़े बांध बंधवाना, चेक डैम का निर्माण करवाना यह दो महत्वपूर्ण चीजें है. इन्हीं कार्यों से ही नदी के पानी के बहाव को रोका जा सकता है, जिससे जलस्तर बढ़ेगा, कृषि के साधन बढ़ेंगे, लोगों का स्वास्थ्य भी बेहतर होगा.
अधिक खबरें
चुनाव आयोग पहुंचा बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल, बोकारो डीसी व एसडीओ को हटाने की रखी मांग
मई 17, 2024 | 17 May 2024 | 11:03 PM

भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को चुनाव आयोग पहुंचा. बीजेपी विधि प्रकोष्ठ के संयोजक सुधीर श्रीवास्तव के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से बोकारो के उपायुक्त और एसडीओ को हटाने की मांग की है. उन्होंने आरोप लगाया कि डीसी व एसडीओ बीजेपी के नेताओं का फोन नहीं उठाते हैं. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि वह एक एक पार्टी विशेष के कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं और बीजेपी के लोगों को कोई जानकारी देने से परहेज करते हैं.

स्कूल से लौटने के क्रम में सड़क हादसे में पारा शिक्षक की मौत
मई 17, 2024 | 17 May 2024 | 10:39 PM

गोमिया प्रखंड के ललपनिया स्थित नव प्राथमिक विद्यालय अय्यर में कार्यरत पारा शिक्षक सहदेव पंवरिया (50 वर्ष) का सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है. वह गोमिया के खम्हरा पंचायत के उरांव टोला के निवासी थे. इस संबंध में बताया गया कि सहदेव पंवरिया अपने एक मित्र के साथ मोटरसाइकिल से गोमिया लौट रहे थे. बिरसा गांव के निकट घुमावदार सड़क पर बाइक अनियंत्रित हो गई और वे गिर गए. सर पर गंभीर चोट लग गई. आसपास के लोगों ने 108 एम्बुलेंस से गोमिया अस्पताल पहुंचाया जहां प्राथमिक इलाज के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए बोकारो सदर अस्पताल भेज दिया गया.

सुखदेव नगर में घरेलू विवाद के कारण व्यक्ति ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
मई 17, 2024 | 17 May 2024 | 10:33 PM

सुखदेव नगर थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने अपने ही कमरे में फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि घरेलू विवाद के कारण व्यक्ति ने अपनी जान ले ली. वहीं घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोरस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया है.

रांची सीबीआई कोर्ट के सीनियर पब्लिक प्रोसिक्यूटर ब्रजेश कुमार यादव गोल्ड मेडल से सम्मानित
मई 17, 2024 | 17 May 2024 | 10:17 PM

रांची सीबीआई कोर्ट के सीनियर विशेष लोक अभियोजक ब्रजेश कुमार यादव को बेहतर तरीके से सीबीआई का पक्ष रखने और लंबित मामलों के निष्पादन में महत्वपूर्ण योगदान करने के लिए गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया है. दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में CBI के डायरेक्टर प्रवीण सूद ने उन्हें गोल्ड मेडल और बेस्ट पब्लिक प्रोसिक्यूटर के खिताब से सम्मानित किया. उनकी इस उपलब्धि से देश भर में रांची सिविल कोर्ट के वकीलों का मान बढ़ा है.

नीमडीह प्रखंड में जंगली हाथियों का कहर, फसल को कर रहें नष्ट
मई 17, 2024 | 17 May 2024 | 9:53 PM

नीमडीह प्रखंड के सिमा, गुण्डा गांव में दो जंगली हाथी विचरण कर रहा है. गांव में गर्मी धान का फसल खेतों में काफी मात्रा में लगा हुआ है. जिसके कारण जंगल छोड़कर हाथी गांव में आ जाता है और फसल को चट कर देता है.सुवर्णरेखा परियोजना चांडिल डैम के पानी एवं डैम के अगल बगल गांव में लहलहाती फसल को देखते हुए गजराज अपना आश्रयणी बना लिया है. प्रतिदिन हाथी द्वारा 5-10 एकड़ फसल को खाकर एवं पैरों से रोंद कर नष्ट कर रहा है.