NEWS11 स्पेशलPosted at: मई 18, 2022 ईडी की पुछताछ में खुलासा: खान विभाग के वरीय अफसरों तक पहुंचता था पैसा
तीसरे दिन ईडी कार्यालय में दुमका और पाकुड़ डीएमओ से पूछताछ, कई डीएमओ रडार पर
न्यूज11 भारत
रांची: प्रवर्तन निदेशालय ने आज तीसरे दिन लगातार पाकुड़ अैर दुमका डीएमओ से पूछताछ की. जिसमें ईडी को पता चला है कि अवैध उत्खनन का पैसा खान विभाग के वरीय अफसरों तक पहुंचता था. हर सप्ताह डीएमओ रांची पैसा पहुंचाते थे. तब जिले में अवैध माइनिंग की हरी झंडी मिलती थी. पैसा नहीं पहुंचाने पर खान विभाग के अफसर फोन करते थे. पलामू के जिला खनन पदाधिकारी आनंद कुमार और दुमका के जिला खनन पदाधिकारी कृष्णचंद्र किस्कू ने ईडी को कई नई जानकारियां दी है. जिसके बाद से अन्य जिलों के भी डीएमओ भी ईडी के रडार पर आ गए है.
ईडी की पुछताछ में पाकुड़ और दुमका के खनन अधिकारियों ने कई नामचीन लोगों के नाम लिए है. ईडी ने संबंधित जिला प्रशासन को खनन और परिवहन चालान सहित सभी प्रासंगिक दस्तावेज जमा करने को कहा है. ईडी ने कहा है कि अवैध खनन और परिवहन के जरिए न सिर्फ मनी लॉन्ड्रिंग की गई है, बल्कि सरकार को रॉयल्टी का भी नुकसान हुआ है. ईडी जल्द अन्य जिलों के जिला खनन पदाधिकारियों को भी पूछताछ के लिए बुला सकती है. डीएमओ ने ईडी को बताया है कि बंग्लादेश तक झारखंड का पत्थर जाता है. पाकुड, देवघर और दुमका से स्टोन चिप्स दूसरे राज्यों के साथ-साथ बांग्लादेश भेजा जाता है. इसके बाद ईडी ने संबंधित जिला प्रशासन ने स्टोन चिप्स के डिस्पैच और प्रोडक्शन से संबंधित दस्तावेज मांगे हैं. ईडी को मिली जानकारी के अनुसार सरायकेला-खरसावां, रामगढ़, सिमडेगा, लोहरदगा, कोडरमा, लातेहार आदि में अवैध माइनिंग होती है. अवैध माइनिंग से हर माह करोड़ों की उगाही होती है. ईडी की पूछताछ में सीएम सुमन कुमार और आईपीएस अफसर पूजा सिंघल को आमने-सामने बैठाकर की जा रही पूछताछ में यह बात सामने आई है कि बड़े नेताओं व प्रभावी लोगों के संरक्षण में कई जिलों से भारी मात्रा में वसूली होती है.