न्यूज11 भारत
कोरोना की दूसरी लहर से अभी तक दुनिया उभर ही रही थी कि इस वायरस के नए वैरिंयट ओमिक्रॉन वायरस ने दुनिया को फिर से चिंता में डाल दिया है. इस वैरिंयट का पहला मामला दक्षिण अफ्रीका में मिला था, जिसके बाद कई देशों में नए वैरिएंट के मामले देखें गए है. इसको देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चिंता दर्ज कराई है. इटली के रिसर्चर्स ने हाल ही में कोविड-19 ओमिक्रॉन वैरिएंट वायरस की पहली तस्वीर भी जारी कर दी है.
इस तस्वीर को रोम के बेम्बिनो गेसो अस्पताल में किए गए रिसर्च के बाद लिया गया है. इस रिसर्च को प्रोफेसर कार्लो फेदेरिको पर्नो ने को-ऑर्डिनेट किया और मिलान के स्टेट यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर क्लॉडिया अल्टेरी ने इस रिसर्च को सुपरवाइज किया. इस तस्वीर में ओमिक्रॉन स्पाइक प्रोटीन की संरचना को देखा जा सकता है. इस तस्वीर से साफ होता है कि ओमिक्रॉन का म्यूटेशन रेट डेल्टा वैरिएंट से कहीं ज्यादा है.
वहीं, दुनिया भर के वैज्ञानिक ओमिक्रॉन वैरिएंट के बारे में नई जानकारियां जुटाने के लिए तमाम कोशिशें कर रहे हैं. इसे सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिकों ने खोजा था और शुक्रवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस वायरस को चिंताजनक कैटेगिरी में डाला है. एक रिपोर्ट में इस वायरस ओमिक्रॉन को डेल्टा की तुलना में 6 गुना अधिक घाटक बताया गया है, जानकारी ये भी आ रही है कि दोनों डोज वैक्सीन लिए लोग भी भी संक्रमित हो सकते है.