न्यूज11 भारत
यूजीसी ने विश्वविद्यालयों के विभागों में Assistant Professor भर्ती के लिए पीएचडी उपाधि की अनिवार्यता की डेट बढ़ा दी है. यानी की अब 1 जुलाई 2021 से 1 जुलाई 2023 तक असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए पीएचडी की अनिवार्यता नहीं होगी. कोरोना के चलते पीएचडी नहीं होने के वजह से यूजीसी ने ये ऐलान किया है ताकि रिक्त पदों पर भर्ती की जा सके.
अंदाजा लगाया जा रहा था कि आने वाले 2 साल में कई पद खाली रह सकते हैं, इस वहज से ये निर्णय लिया गया है, ताकि यूजीसी नियमित तौर पर कॉलेज और विश्वविद्यालय में क्लासेस करवा सके. पिछले दिनों केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा था कि कोविड के कारण केवल इस साल पीएचडी अनिवार्यता के लिए रोक लगी है, लेकिन इसे रद्द नहीं किया गया है. ये कदम बस रिक्त पद को भरने के लिए लिया गया है.
UGC ने ट्वीट कर दी जानकारी