झारखंड » रांचीPosted at: अक्तूबर 10, 2021 किन कारणों से आया कोयला क्राइसिस, जानें इनसाइड स्टोरी
दूसरी लहर के बाद बढ़ी खपत
न्यूज11 भारत
अभी झारखंड ही नहीं बल्कि पूरे देश में कोयला का संकट गहराता जा रहा है. जिसके बाद सरकार ने एक कोर कमेटी का गठण किया है जो कोयले के स्टॉक और प्रबंधन की निगरानी कर रही है. कोयला संकट का सीधा असर बिजली उत्पादन में देखने को मिल रहा है. कई राज्यों में ब्लैकआउट की स्थिति उत्पन हो गई है. आपको बता दें देश की ज्यादातर बिजली कोयले से बनाई जाती है. वहीं, सरकार की मानें तो इस संकट जल्द समाधान निकाल ली जाएगी. बात करते हैं उन कारणों का जिसके कारण आई ये संकट...
- दूसरी लहर के बाद अर्थव्यवस्था में सुधार आते ही बिजली की मांग बढ़ी
- बारिश की वजह से कोयला उत्पादन में कमी
- घरेलू कोयले पर ज्यादा निर्भरता
- मॉनसून की शुरुआत से पहले कोयले का स्टॉक न रखना
दूसरी लहर के बाद खपत बढ़ी
- कोरोना की दूसरी लहर के बाद अर्थव्यवस्था में सुधार आया. जिसके कारण बिजली की खपत बढ़ गई है. दूसरी लहर के बाद हर दिन 4 बिलियन यूनिट्स की खपत हो रही है.
- साल 2019 से अगर तुलना करें तो इस 18% कोयले की खपत बढ़ी है.