न्यूज11 भारत
रांचीः रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की अगस्त 2022 की बैठक आज 05 अगस्त (शुक्रवार) को खत्म हुआ. पिछले तीन दिनों से चल रही बैठक के बाद आज सुबह करीब 10 बजे रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि इस बार रेपो रेट को 0.50 फीसदी बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. इसके साथ ही पिछले चार महीने में रेपो रेट 1.40 फीसदी बढ़ चुका है. अब इसका असर लोगों के होम लोन से लेकर पर्सनल लोन तक की EMI पर दिखने वाला है.
महंगाई से राहत नहीं
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि विश्वभर में महंगाई रिकॉर्ड स्तर पर है. भारत में महंगाई की ऊंची दरों का सामना करना पड़ रहा है. जून लगातार छठा ऐसा महीना रहा, जब खुदरा महंगाई रिजर्व बैंक के अपर लिमिट से ज्यादा रही. भू-राजनीतिक घटनाक्रमों में तेजी से आ रहे बदलाव के बीच ग्लोबल फूड प्राइसेज में नरमी, यूक्रेन से गेहूं के निर्यात की पुन: शुरुआत, घरेलू बाजार में खाने के तेल के दाम में नरमी और अच्छे मानसून के कारण खरीफ फसलों की बुवाई में तेजी से आने वाले समय में महंगाई के मोर्चे पर राहत मिल सकती है. हालांकि इसके बाद भी खुदरा महंगाई की दर ऊंची बनी रहने वाली है.
आपको बता दें, रिजर्व बैंक ने मई महीने में मौद्रिक नीति समिति की आपात बैठक बुलाई थी. बैंक ने बताया था कि अचानक महंगाई के बेहिसाब बढ़ जाने के कारण रिजर्व बैंक को ऐसा करना पड़ा था. मई 2022 की बैठक में रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को 0.40 फीसदी बढ़ाया था. उसके बाद जून महीने में मौद्रिक नीति समिति की नियमित बैठक हुई थी, जिसमें रेपो रेट को 0.50 फीसदी बढ़ाया गया था.