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गिरिडीह: सरकारी अस्पताल के कर्मियों की लापरवाही के कारण एक नवजात की जान पर आफत आ गयी है. यहां शिशु वार्ड में एक नवजात को चूहें ने कुतर दिया. इस मामले को लेकर झारखण्ड मुक्ति मोर्चा व कांग्रेस भी आक्रोशित हैं. जिले के चैताडीह स्थित मातृ एवं शिशु इकाई में कार्यकर्ता कर्मियों की लापरवाही से एक नवजात जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है. बच्चे को चूहें ने कुतर दिया है जिसके बाद उसे धनबाद लें जाया गया है. बच्चें की स्थिति गंभीर बतायी जा रही है. इस मामले को झारखंड मुक्ति मोर्चा व कांग्रेस काफी गंभीर है और सख्त कार्यवाई की मांग कर रहे हैं.
बताया जा रहा है कि जमुआ के असको निवासी राजेश सिंह की पत्नी ममता देवी गर्भवती थी और प्रसव के लिए चार दिनों पूर्व भर्ती करवाया गया था. यहीं पर शुक्रवार को ममता ने लड़की को जन्म दिया. बच्ची को सांस लेने में दिक्क़त थी ऐसे में उसे बेहतर इलाज के लिए MCH के शिशु वार्ड में रखा गया था. इस बीच सोमवार की सुबह लगभग तीन बजे शिशु वार्ड में कार्यरत नर्स ने बच्ची के परिजनों को यह खबर दिया कि बच्ची को पीलिया हो गया है. कॉल के बाद परिजन बच्ची का हाल जानने वार्ड में गए तो वहां पर कपड़े में लपेटकर बच्ची को सौंप दिया गया. परिजन बच्ची को लेकर धनबाद चले गए तो वहां पर डॉक्टर ने बताया कि बच्ची को चूहे ने कुतर दिया है.
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झामुमो जे प्रबंधन पर उतारा गुस्सा
इस मामले की जानकारी परिजनों ने सदर विधायक सुदिव्य कुमार व झामुमो जिलाध्यक्ष संजय कुमार सिंह को दी गई. जिलाध्यक्ष पहुंचे और अस्पताल प्रबंधन की कार्यशैली पर सीधा सवाल उठा दिया. संजय सिंह ने सिविल सर्जन एसपी मिश्रा से बात की और दोषियों पर कार्रवाई करने को कहा. दूसरी तरफ कांग्रेस जिलाध्यक्ष नरेश वर्मा व सतीश केडिया भी पहुंचे और कार्रवाई करने की मांग रखी. कहा कि पूरे मामले से मंत्री को अवगत करवाया जाएगा.