किस रुट में कितने की वसूली, जाने क्या है वसूली का रेट
जानें कैसे होती है, ऑटो से रांची में हर माह 3 करोड़ की अवैध वसूली
न्यूज11 भारत
रांची: राजधानी रांची में ट्रैफिक पुलिस अवैध वसूली कर, हर माह 2 करोड़ की अवैध कमाई कर रही है. इस कमाई का हिस्सा ट्रैफिक थाने के साथ-साथ हर माह पुलिस लाइन तक पहुंचता है. पुलिस विभाग के कई आला अफसर भी इस अवैध कमाई की मलाई खाते हैं. रांची ट्रैफिक पुलिस ने करोड़ों के इस अवैध कमाई के लिए पूरा सिस्टम बना रखा है. माह के पहले सप्ताह में ही यह वसूली ट्रैफिक पुलिस द्वारा हर क्षेत्र में नियुक्त किए गए रंगदार करते हैं. यह वसूली किसी और से नहीं, सड़कों पर चलने वाले बिना परमिट वाले ऑटो से सबकी आंखों के सामने होता है. बिना परमिट वाला एक भी ऑटो ट्रैफिक पुलिस को पैसा दिए बिना सड़क पर नहीं चल सकता है. जो चलने की कोशिश करता है, उसे ट्रैफिक पुलिस के वसूली भाई रास्ते में ही पकड़वा देते हैं. वसूली टैक्स का पैसा नहीं देने वालों को ट्रैफिक पुलिस की जिप्सी कहीं भी रोक कर पकड़ लेती है. फिर उस ऑटो मालिक से मोटी रकम लेकर ट्रैफिक थानेदार या ट्रैफिक थाना का मुंशी छोड़ता है. ऑटो छोड़ने के नाम पर वसूली कर ट्रैफिक थाना अलग से हर माह लाखों की कमाई करता है. इसकी जानकारी पुलिस विभाग के आला अफसरों को भी है, मगर वे खामोश रहने में ही अपना फायदा देखते हैं. वहीं दूसरी तरफ झारखंड प्रदेश डीजल ऑटो महासंघ इसकी शिकायत पर शिकायत कर रहा है, मगर वसूली रूकने के बजाए रांची में और बढ़ रही है.
पिछले कई महीनों से ट्रैफिक एसपी का पद खाली है. इस वजह से जिले में अवैध वसूली का खेल बढ़ गया है.
राजधानी रांची में चार ट्रैफिक थाना है. लालपुर ट्रैफिक थाना, जगरनाथपुर ट्रैफिक थाना, गोदा ट्रैफिक थाना और चुटिया थाना ट्रैफिक. इन्हीं थानों में बिना परमिट ऑटो से हर माह नियमित वसूली हो रही है. झारखंड प्रदेश डीजल ऑटो महासंघ के संस्थापक दिनेश सोनी और कार्यकारी अध्यक्ष नागेंद्र पांडेय के अनुसार हर माह ट्रैफिक पुलिसकर्मी तकरीबन 2 करोड़ रुपए की अवैध वसूली कर रहे हैं. एक ऑटो का परमिट है, मगर उस परमिट पर चार-चार ऑटो चल रहे है. बिना परमिट ऑटो चलाने के नाम पर रांची शहर में हर माह करोड़ों की अवैध वसूली पुलिसकर्मी कर रहे हैं. वसूली का रेट प्रत्येक ऑटो से 11 सौ से लेकर 4 हजार रुपए हर माह फिक्स है. रांची शहर और ग्रामीण क्षेत्र को मिलाकर तकरीबन 20 हजार ऑटो सड़क पर चलते है. शहरी क्षेत्र में 15 हजार ऑटो हैं. इसमें से करीब 8500 ऑटो, जिनके पास परमिट नहीं है, वह रोजाना सड़क पर चलते हैं. रांची शहर में बिना परमिट वाले 10 हजार ऑटो चलते हैं. इन सभी 10 हजार ऑटो से ट्रैफिक पुलिसकर्मी हर माह तकरीबन 2 करोड़ रुपए की वसूली करते हैं. वसूली के लिए अलग-अलग रूट में अपना आदमी नियुक्त कर रखा है. वह आदमी हर माह बिना परमिट चलने वाले ऑटो से रंगदारी से अवैध वसूली करता है.
परमिट 5 हजार ऑटो को, बिना परमिट 10 हजार ऑटो चलते हैं
रांची शहर के विभिन्न रूट पर तकरीबन 15 हजार ऑटो चलते हैं. इसमें से करीब 5 ऑटो के पास ही रूट परमिट है. जिसमें 2335 ऑटो को पहले से परमिट मिला हुआ था. 2665 सीएनजी ऑटो को पिछले दिनों ऑटो जारी किया गया है. यानी पांच हजार ऑटो के पास ही सड़क पर चलने का रूट परमिट है. मगर रांची की सड़कों पर रोजाना 10 हजार ऑटो बिना रूट परमिट के चलते है. बिना परमिट वाले ऑटों को सड़क पर चलने की इजाजत अपने नजदीकी ट्रैफिक थाना से लेनी होती है. थाने में ऑटो का नंबर लिखवाना होता है. इतना ही नहीं, थाना द्वारा ऑटो चलाने का परमिशन देने के लिए हर माह का निर्धारित शुल्क जमा करना पड़ता है. तब रांची की सड़कों पर बिना परमिट वाले तकरीबन 8500 ऑटो निडर होकर चलते है.
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बिना परमिट 10 हजार ऑटो से ऐसे होती है वसूली
रांची की ट्रैफिक पुलिस 10 हजार ऑटो, जो बिना परमिट सड़कों पर दौड़ते हैं, उन सभी से हर माह अवैध वसूली करता है. एक ऑटो से मिनिमम 2 हजार रुपए की वसूली होती है. वैसे तो हर ट्रैफिक थाना का अपना-अपना वसूली का रेट निर्धारित है. जैसे जगन्नाथपुर थाना बिना परमिट वाले एक ऑटो से 1500 रुपए लेता है. पर ऑटो 1500 रुपए लालपुर ट्रेफिक पुलिस ओरमांझी से जाकिर हुसैन पार्क, बूटी मोड़ से जेल चौक, टाटीसिलवे से कांटाटोली चौक तक चलने वाले ऑटो से वसूलता है. सबसे ज्यादा रेट गोंदा थाना का है यह रांची रोड़, कांके रोड, कचहरी चौक, पंडरा चौक आदि से चलने वाले ऑटों से हर माह 2200 रुपए की अवैध वसूली करता है. दूसरी तरफ वसूली का पैसा नहीं देने वाले ऑटो से हर माह अलग से लाखों की वसूली ट्रैफिक थाना द़वारा की जाती है. ऐसे में एक ऑटो से हर माह करीब 2 हजार रुपए की अवैध वसूली ट्रैफिक पुलिस को आता है. यानी, 10 हजार ऑटो से प्रतिमाह 2 हजार रुपए के हिसाब से हर माह 2 करोड़ की अवैध वसूली ट्रैफिक पुलिस करता है.
पैसा नहीं देने वालों को बेवजह परेशान करती है ट्रैफिक पुलिस
झारखंड प्रदेश डीजल ऑटो महासंघ ट्रैफिक पुलिस के इस अवैध वसूली को लेकर पुलिस विभाग के आला अफसरों तक शिकायत कर चुका है. मगर शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. उल्टे पैसे नहीं देने पर ट्रैफिक पुलिस कोई न कोई कमी जान-बूझ कर निकालती है और ऑटो वालों को परेशान करती है. कई ऑटो को जब्त कर लिया जाता है और मानसिक रूप से चालकों को परेशान किया जाता है. ट्रैफिक पुलिस की यातना से बचने के लिए ऑटो वाले हर माह अवैध वसूली का पैसा, ट्रैफिक पुलिस के वसूली भाई, जो उस स्टैंड का रंगदार भी होता है, उसके हाथों में जमा करते है. उसके बाद सड़कों पर बिना परमिट चलने की हरी झंडी ट्रैफिक पुलिस से मिलती है.
ड्यूटी के लिए देते है पैसा, 1450 की जगह 375 पुलिसकर्मी दे रहे ट्रैफिक में सेवा
रांची पुलिस बल के 375 जवान अभी ट्रैफिक पुलिस में सेवा दे रहे हैं. जबकि रांची शहर में ट्रैफिक व्यवथा संभालने के लिए कुल 1450 पुलिस कर्मियों की जरूरत है. ट्रैफिक पुलिस की अवैध कमाई का हिस्सा बने रहने के लिए पुलिस कर्मियों को अलग से पुलिस लाइन में चढावा देना पड़ता है. चढवा नहीं देने वाले पुलिस कर्मी की ड्यूटी ट्रैफिक से हटा कर दूसरे जगह दे दी जाती है. पुलिस लाइन में ड्यूटी लगाने के नाम पर अवैध वसूली का खेल लंबे समय से चलते आ रहा है. पुलिस कर्मियों की ड्यूटी पुलिस लाइन के मेजर कार्यालय द्वारा लगाई जाती है. जो पुलिसकर्मी नियमित चढावा पुलिस लाइन में चढाते है, वैसे पुलिस कर्मी लंबे समय से ट्रैफिक पुलिस में बने हुए है.
किस क्षेत्र में एक ऑटो से कितने रुपए की होती है वसूली
अरगोड़ा क्षेत्र : 1500 प्रतिमाह
हटिया क्षेत्र : 1500 प्रतिमाह
धुर्वा क्षेत्र: 1500 प्रतिमाह
हिनू क्षेत्र : 2000 प्रतिमाह
डोरंडा क्षेत्र : 1500 प्रतिमाह
कांके रोड क्षेत्र : 2000 प्रतिमाह
पिस्का मोड़-रातू रोड क्षेत्र : 2300 प्रतिमाह
नामकुम-टाटीसिल्वे क्षेत्र : 2200 प्रतिमाह
कोकर-लालपुर क्षेत्र : 1200 प्रतिमाह
कोकर-लालपुर क्षेत्र : 1500 प्रतिमाह
मोरहाबादी क्षेत्र : 1500 प्रतिमाह
नामकुम-टाटा क्षेत्र : 1200 प्रतिमाह
चुटिया क्षेत्र : 1500 प्रतिमाह
राजधानी में डीजल-पेट्रोल ऑटो के प्रमुख रूट
-चुटिया साई कॉलोनी, मकचुंद टोली, चुटिया पावर हाउस, लोटा फैक्ट्री, राम मंदिर व अपर चुटिया आदि.
-शास्त्री नगर, केतारी बागान, द्वारकापुरी, आयोध्यापुरी रोड नंबर 1 से लेकर 8 तक, कृष्णापुरी, आलू गोदाम और लोअर चुटिया आदि.
-अलकापुरी गैस गोदाम, जैक कार्यालय, आरसीएच, सदाबहार चौक, लॉ कॉलेज, नामकुम बाजार चौक आदि.
-रामपुर रिंग रोड, कुटियातू, राजा उलातु, खरसीदाग चौक, नामकुम जोड़ा तालाब व बरगांवा आदि.
-टैगोर हिल रोड, साइंस सिटी, सैनिक थिएटर, हरिहर सिंह रोड, मिल पैलेस, अंतु चौक, रामकृष्ण मिशन आदि.
-एदलहातु, चिरौंदी और भरण टोली आदि.
-रिम्स, करमटोली चौक, बरियातू एचपी नारायण, सैनिक स्कूल, बरियातू कॉलोनी और डॉ. कॉलोनी आदि.
-आरटीसी कॉलेज, जोड़ा तालाब, बूटी मोड़, लालु खटाल, चेशायर होम, महाबीर मेडिका अस्पताल आदि.
-बड़गाई, पीएचडी कॉलोनी और आरटीसी कॉलोनी आदि.
-कांटा टोली, रमजान कॉलोनी, कोकर गढ़ाटोली, चूना भट्ठा, कोकर बाजार, बैंक कॉलोनी, सुरेंद्रनाथ स्कूल, कोकर बांधगाड़ी रोड नंबर 1 से 5 व तक.
-कांटाटोली, बंगाली कॉलोनी, मौलाना आजाद कॉलोनी और सामलौंग आदि.
-सरला बिरला स्कूल, टाटीसिलवे जैप-2, नामकुम स्टेशन, व नामकुम जोरार बस्ती आदि. -खेलगांव, आरा गेट, टाटीसिलवे बाजार, होटवार जेल, खेलगांव हॉस्टल, सैनिक कॉलोनी और लाल खटंगा आदि.
-राजभवन, मछली घर, रानी चिल्ड्रेन हॉस्पिटल, रातू रोड दुर्गा मंदिर, मेट्रो गली और रातू रोड कब्रिस्तान आदि.
-रातू रोड गुरुद्वारा रोड, मधुकम, पिस्का मोड़, ओटीसी ग्राउंड, लक्ष्मी नगर, और रुगड़ीगढ़ा आदि.
-पंडरा रिंग रोड, कमड़े, फ्रेंड्स कॉलोनी, आईटीआई, रवि स्टील, पंडरा बाजार समिति आदि.
-कांके चांदनी चौक, सिद्धू-कान्हू पार्क, विद्यापतिनगर, रिलायसं मार्ट, सीएमपीडीआई कॉलोनी और हात्मा आदि.
-कांके भिट्ठा, हॉटलिपप्स, आईआईसीएम, प्रेम नगर, कांके चुड़ी टोला, रिनपास, कांके डेविस नर्सिंग होम, ब्लॉक चौक और बीएयू आदि.
-नेपाल हाउस, कुसई घाघरा, डोरंडा दर्जी मोहल्ला, रिसालदार नगर, डोरंडा बाजार और मेकॉन कॉलोनी आदि.
-डोरंडा मनी टोला, गौसनगर और पोखरटोली आदि.
-शुक्ला कॉलोनी, इंदिरा पैलेस, हिनू चौक, एयरपोर्ट रोड (एयरपोर्ट अंदर का टैक्स यात्री देंगे), साकेत नगर आदि.
-धुर्वा गोलचक्कर, प्रोजेक्ट बिल्डिंग, सेक्टर-2, पंचमुखी मंदिर आदि.
-धुर्वा बस स्टैंड, पानी टंकी, साईं कॉलोनी, सेक्टर तीन व सेक्टर चार और जगन्नाथपुर मंदिर आदि.
-धुर्वा सेल सिटी, सीआरपीएफ कैंप और नया सराय तक.
-हटिया सिंह मोड़, चांदनी चौक, निफ्ट और हटिया चौक आदि.
-लटमा, हेसाग, सिमलिया रोड और तुपुदाना आदि.
-अशोकनगर, हरमू मुक्तिधाम, एजी कॉलोनी कडरू, शहजानंद चौक, कडरू हज हाउस और बीजेपी ऑफिस आदि.
-किशोरगंज चौक, इरगू टोली, हरमू विद्यानगर, करम चौक, हरमू गंगा नगर और लक्ष्मी नगर आदि.
-हरमू चूना भट्टा, पुंदाग, इलाही नगर और वैष्णो देवी नगर आदि.