रांची: केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने शनिवार को स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 का परिणाम घोषित कर दिया है. दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में देश के सबसे स्वच्छ शहर और विभिन्न कैटेगरी में विजेता बने शहरों को पुरस्कृत किया गया. स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में देश के 10 लाख से अधिक आबादी वाले 48 शहरों में रांची को 38 वीं रैंक मिला है. रांची पिछले साल की तुलना में 8 पायदान नीचे खिसक गया है. ऐसा शहर की सफाई की खराब स्थिति और कचरा निस्तारण प्लांट नहीं लग पाने की वजह से हुई है. सर्विस लेवल प्रोग्रेस की स्थिति कमजोर रही है. इसके चलते रांची को पिछली बार की तुलना में कम अंक मिले हैं.
इतना मिला है रैंकिंग
झारखंड को देश के 100 कम शहरों वाले राज्यों की सूची में बेस्ट स्टेट का अवार्ड दिया गया. वहीं झारखंड के जमशेदपुर को स्वच्छता रैंकिंग मैं 12वां स्थान के लिए पुरस्कृत किया गया. इसके अलावा जमशेदपुर को सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज के लिए भी पुरस्कृत किया गया, लेकिन राजधानी रांची को कोई पुरस्कार नहीं मिला. वहीं धनबाद की स्थिति में सुधार हुआ है. धनबाद को 32 वा स्थान मिला है जबकि पिछले सर्वेक्षण में धनबाद 33 वें स्थान पर था.
क्यों पिछड़ी रांची
रांची की इस स्थिति के लिए यहां की लचर सफाई व्यवस्था पूरी तरह जिम्मेदार हैं. क्योंकि नगर निगम ने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को लागू करने के लिए सफाई व्यवस्था को तीन कैटेगरी में बांटकर अलग-अलग टेंडर किया था. निगम का यह प्लान पूरी तरह सफल नहीं हो सका. घर से कूड़ा उठाने के लिए सीडीसी कंपनी का चयन किया गया पिछले 10 माह में कंपनी शत प्रतिशत घरों से कूड़ा का उठाव नहीं कर पाई. सूखा और गीला कूड़ा अलग करते हुए उसे झिरी डंपिंग यार्ड तक पहुंचाने के लिए ज़ोनटा कंपनी को ठेका दिया गया ,लेकिन वह कंपनी भी 10 माह में 10 फ़ीसदी काम भी नहीं कर पाई. इसी तरह झिरी में कूड़ा डंपिंग यार्ड में जमा कूड़ा के डिस्पोजल के लिए गैल इंडिया के साथ समझौता किया गया, लेकिन जमीन क्लियर नहीं होने की वजह से गेल इंडिया अभी तक प्लांट नहीं लगा सकी है. इस वजह से स्वच्छता सर्वेक्षण में इस बार रांची काफी पिछड़ गई.