न्यूज11 भारत
रांची नगर निगम ने स्ट्रीट लाइट पोल से केबल हटाने के अभियान की शुरुआत शुक्रवार को कर दी. पहले दिन बिरसा चौक से लेकर हरमू बाईपास रोड में इंफोर्समेंट टीम ने केबल हटाया. इस कारण इस इलाके में पड़ने वाले सैकड़ों घरों में केबल कनेक्शन कट गया, साथ ही लोगों के घरों में इंटरनेट सर्विस ठप पड़ गई.
गौरतलब है कि रांची नगर निगम ने पहले से ही केबल ऑपरेटरों को आगाह कर दिया था कि वह केबल हटा लें, वरना उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए केबल हटा दिया जाएगा और इसे जब्त कर लिया जाएगा. केबल ऑपरेटरों को अब अपनी केबल दौड़ाने के लिए रांची नगर निगम से अनुमति लेनी होगी. अनुमति मिलने के बाद ही केबल ऑपरेटर शहर में अपनी केबल दौड़ा सकेंगे. यही नहीं, केबल ऑपरेटर अब नगर निगम के स्ट्रीट लाइट वाले पोल के सहारे अपनी केबल नहीं फैला पाएंगे. फिलहाल, उन्हें अपनी वैकल्पिक व्यवस्था करनी होगी.
केबल ऑपरेटरों को मिली 10 दिन का वक्त
हरमू बाईपास रोड पर रांची नगर निगम का केबल हटाओ अभियान चलने के बाद केबल ऑपरेटरों का एक प्रतिनिधि मंडल रांची नगर निगम पहुंचा. यहां ऑपरेटरों ने उप नगर आयुक्त कुंवर सिंह पाहन से मुलाकात की और कहा कि वह नगर निगम के स्ट्रीट लाइट के खंभे से अपनी केबल हटा लेंगे. उन्हें इसके लिए मोहलत दी जाए. इसके बाद उप नगर आयुक्त कुंवर सिंह पाहन ने उन्हें 10 दिन का वक्त दिया था.
राजधानी में महंगा होगा केबल व इंटरनेट
अनुमति के साथ ही रांची नगर निगम अब केबल ऑपरेटरों से टैक्स भी वसूलेगा. साथ ही केबल ऑपरेटरों को अपनी केबल फैलाने की व्यवस्था भी देगा. इसके लिए, वह पोल भी लगाएगा. इन्हीं पोल में केबल ऑपरेटर अपनी केबल दौड़ा सकेंगे. राजधानी में कुल 250 केबल ऑपरेटर हैं. ये केबल ऑपरेटर अभी उपभोक्ताओं से 154 रुपये से लेकर 350 रुपये तक शुल्क के रुपये में लेते हैं. माना जा रहा है कि नगर निगम द्वारा टैक्स लिए जाने के बाद केबल के शुल्क में भी इजाफा होगा.