न्यूज11 भारत
रांचीः होटवार समेत झारखंड के सभी जेलों में अब अत्याधुनिक जैमर लगाया जाने वाला है. जेलों में बंद गैंगस्टर एक दूसरे से संपर्क ना कर सकें इस बात की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी. अमन श्रीवास्तव जैसे कुख्यात और शातिर गैंगस्टर के लिए जेल में विशेष व्यवस्था की जा रही है. पहले से जेल में बंद गैंगस्टर को दूसरी जेलों में शिफ्ट किया जा रहा है. 8 साल से पुलिस की आंखों में धूल झोंक रहा गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव, रांची लाया जा चुका है. अब वह झारखंड की जेल में ही रहेगा, सवाल यह उठता है कि इस तरह के शातिर गैंगस्टर को जेल में बंद रखना क्या काफी होगा, वहां खुलेआम मोबाइल की सुविधा मौजूद है, जैमर पुराना है, 4G मोबाइल धड़ल्ले से काम करता है. इस सवाल पर डीजीपी ने कहा कि तमाम जिलों के जैमर को अपडेट किया जाएगा और सुरक्षा व्यवस्था में इन गैंगस्टरों पर सीसीटीवी से कड़ी नजर रखी जाएगी.
जेल में एक दूसरे से नहीं मिल पाएंगे कैदी
होटवार जेल में कुख्यात कैदी एक दूसरे से मिलते हैं इस शिकायत पर ईडी ने होटवार जेल में छापेमारी भी की है. अभी कुछ दिन पहले ही खुलासा हुआ था कि प्रेम प्रकाश उस छवि रंजन से मिला जिसने प्रेम प्रकाश नाम के व्यक्ति को जानने से भी इंकार कर दिया था. क्या यह सिक्योरिटी लेप्स है डीजीपी ने इस बात पर कुछ कहने से इनकार कर दिया. अमन श्रीवास्तव के पकड़े जाने के बाद, एटीएस झारखंड के कुख्यात गिरोह पांडे गिरोह, अमन साव, अमन सिंह और धनबाद के प्रिंस खान पर फोकस कर रही है. प्रिंस खान के बारे में तो यह भी चर्चा है कि यह दुबई से अपने गैंग को ऑपरेट कर रहा है. डीजीपी ने इस ओर भी इशारा किया है कि जेल के कर्मचारी और अधिकारी जो लंबे समय से जेल में टिके हुए हैं उनको भी ट्रांसफर किया जाएगा, ताकि जेल के अंदर अपराधियों को पैसे के बल पर मुहैया किए जाने वाली सुविधाएं खत्म हो सके और गैंगस्टर नियंत्रण में रहे. इससे फायदा यह होगा कि बाहर जनता सुरक्षित रहेगी.