झारखंड » सिमडेगाPosted at: अप्रैल 17, 2024 सिमडेगा में 42 वर्षों से निकली जा रही है रामनवमी की जुलूस
अलग अलग मजहब के लोग साथ मिलकर मानते हैं रामजन्मोत्सव
न्यूज़11 भारत
सिमडेगा/डेस्क:-सिमडेगा में सन 1982 से सौहादर्यपूर्ण रामनवमी मनाने का सिलसिला शुरू हुआ था. 42 वर्ष पूर्व लगाया गया परंपरा का बीज अब वट वृक्ष का रूप ले लिया है. 42 वर्ष पूर्व यहां सिर्फ एक अखाडा था. आज यहां 12 अखाडा तैयार हो चुका है. जुलुस के दौरान अखाडों के नवयुवक पारंपरिक हथियारों का प्रदर्शन करते हुए चलते है. रामनवमी का जुलूस पुरे शहर की परिक्रमा करते हुए जब भट्ठी टोली पंहुचती है तो अंजुमन और मुहर्रम कमिटि के लोग बडे सिद्दत के साथ इस जुलूस में शामिल राम भक्तों का इस्तेकबाल करते हैं.
सिमडेगा में सौहार्द और भाई चारे की ऐसी परंपरा चलती आ रही है कि अलग अलग मजहब के लोग बडे हर्ष के साथ एक दुसरे के पर्व त्योहारों में शामिल होकर मेल जोल की भावना को बढाते हैं